हल्द्वानी: आज हम आपको एक ऐसे मुस्लिम परिवार से मिलवाने जा रहे हैं, जो पिछले कई दशकों से दीपावली पर अपना विशेष योगदान दे रहा है. जी हां 115 वर्षीय लल्लन मियां का परिवार पिछले चार दशकों से लक्ष्मी पूजा के लिये प्रसाद, खिलौने और बताशे आदि बनाकर आपसी भाईचारे का पैगाम दे रहा है.
शहर के बनफूलपुरा के रहने वाले लल्लन मियां के परिवार को दीपावली के त्योहार आने का पूरे साल बेसब्री से इंतजार रहता है. लल्लन का पूरा परिवार दिवाली के समय लक्ष्मी पूजा में चढ़ाए जाने वाले प्रसाद को पिछले कई दशकों से बनाते आ रहा है. बता दें कि इनके खिलौने और बताशे की मांग पूरे कुमाऊं में रहती है. दीपावली के समय खिलौने और बताशे बनाने में पूरा परिवार लगा रहता है. लल्लन मियां के बड़े बेटे इनायत वारसी अपने पिता के कारोबार को देखते हैं.
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इनायत बताते हैं कि पिछले चार दशकों से उनके परिवार के लोग इस कारोबार को कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि कई लोगों को दीपावली के त्योहार के आने का इंतजार रहता है. क्योंकि इस कारोबार से उनका परिवार के साथ ही करीब 15 अन्य लोगों के परिवारों की भी रोजी-रोटी चलती है. इनायत का कहना है कि मुस्लिम परिवार होने के साथ-साथ वह इस काम को करते आ रहे हैं. लेकिन आज तक किसी तरह का हिंदू-मुस्लिम का भेदभाव नहीं हुआ .
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वहीं, खिलौने और बताशे खरीदने वाले दुकानदार भी उनके दुकान से हर साल भारी मात्रा में खरीददारी करते हैं. दुकानदारों का कहना है कि लल्लन मियां की दुकान पूरे कुमाऊं में मशहूर है और इनकी खिलौने और बताशे की क्वालिटी भी अच्छी है और डिमांड भी ज्यादा रहती है.