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कुमाऊं मंडल में 2005 से अभी तक रिश्वत लेने के मामलों में 99 लोग गिरफ्तार

कुमाऊं मंडल में विजिलेंस कुमाऊं परिक्षेत्र की टीम ने 2005 से जुलाई 2021 तक रिश्वत लेने के आरोप में 84 मामले दर्ज किए है. जिसमें 99 लोगों को गिरफ्तार करने की कार्रवाई भी की है.

कुमाऊं मंडल
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Published : Aug 8, 2021, 12:31 PM IST

Updated : Aug 8, 2021, 1:28 PM IST

हल्द्वानी: उत्तराखंड विजिलेंस इस्टैब्लिशमेंट (Vigilance Establishment Uttarakhand) कुमाऊं परिक्षेत्र की टीम ने कुमाऊं मंडल के 6 जिलो से 2005 से जुलाई 2021 तक रिश्वत लेने के आरोप में 84 मामले दर्ज किए है. जिसमें 99 लोगों को गिरफ्तार करने की कार्रवाई भी की है. बता दें कि, रिश्वत लेने के मामले में सबसे ज्यादा गिरफ्तारी राजस्व विभाग के कर्मचारियों की हुई है.

एसपी विजिलेंस कुमाऊं मंडल राजेश भट्ट ने बताया कि पिछले सालों में रिश्वत ट्रैपिंग के मामले में विजिलेंस की टीम ने बेहतर काम करते हुए सरकारी विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा रिश्वत मांगने की शिकायत पर 84 मामले टैप किए है. जिसके बाद जांच और ट्रैपिंग के बाद रिश्वत लेते हुए 99 लोगों को गिरफ्तार किया है. रिश्वत लेने के मामले में सबसे ज्यादा मामला राजस्व विभाग से सामने आए हैं. जहां 26 मामले टाइप किए गए, शिक्षा विभाग में 8 मामले, शहरी विकास विभाग और लोक निर्माण विभाग में 6-6 मामले, सिंचाई विभाग और पुलिस विभाग में 5-5 मामले सामने आए हैं, जबकि अन्य विभागों में काफी ट्रेपिंग किए गए हैं.

कुमाऊं मंडल में 2005 से अभी तक रिश्वत लेने के मामलों में 99 लोग गिरफ्तार.

पढ़ें: महाराज ने केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री से की मुलाकात, बोले- महाभारत टूरिज्म सर्किट के रूप में विकसित होगा लाखामंडल

एसपी विजिलेंस ने बताया कि 54 मामलों में आरोपियों को न्यायालय द्वारा सजा भी सुनाई जा चुकी है. जबकि 30 मामले अभी भी न्यायालय में विचाराधीन है. सजा के मामले में कई लोगों ने उच्च न्यायालय में अपील की है, उन्होंने बताया कि भ्रष्टाचार और रिश्वत की शिकायत पर विजिलेंस की टीम अपने स्तर से जांच कर आरोपियों को गिरफ्तार करने की कार्रवाई करती है. कोरोना काल के चलते पिछले 2 सालों में रिश्वत के मामलों में शिकायतों की संख्या में कमी आई है. वर्ष 2018 में 6 मामले, 2019 में 3 मामले 2020 में 2 और 2021 में 3 मामले अभी तक सामने आए हैं.

हल्द्वानी: उत्तराखंड विजिलेंस इस्टैब्लिशमेंट (Vigilance Establishment Uttarakhand) कुमाऊं परिक्षेत्र की टीम ने कुमाऊं मंडल के 6 जिलो से 2005 से जुलाई 2021 तक रिश्वत लेने के आरोप में 84 मामले दर्ज किए है. जिसमें 99 लोगों को गिरफ्तार करने की कार्रवाई भी की है. बता दें कि, रिश्वत लेने के मामले में सबसे ज्यादा गिरफ्तारी राजस्व विभाग के कर्मचारियों की हुई है.

एसपी विजिलेंस कुमाऊं मंडल राजेश भट्ट ने बताया कि पिछले सालों में रिश्वत ट्रैपिंग के मामले में विजिलेंस की टीम ने बेहतर काम करते हुए सरकारी विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा रिश्वत मांगने की शिकायत पर 84 मामले टैप किए है. जिसके बाद जांच और ट्रैपिंग के बाद रिश्वत लेते हुए 99 लोगों को गिरफ्तार किया है. रिश्वत लेने के मामले में सबसे ज्यादा मामला राजस्व विभाग से सामने आए हैं. जहां 26 मामले टाइप किए गए, शिक्षा विभाग में 8 मामले, शहरी विकास विभाग और लोक निर्माण विभाग में 6-6 मामले, सिंचाई विभाग और पुलिस विभाग में 5-5 मामले सामने आए हैं, जबकि अन्य विभागों में काफी ट्रेपिंग किए गए हैं.

कुमाऊं मंडल में 2005 से अभी तक रिश्वत लेने के मामलों में 99 लोग गिरफ्तार.

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एसपी विजिलेंस ने बताया कि 54 मामलों में आरोपियों को न्यायालय द्वारा सजा भी सुनाई जा चुकी है. जबकि 30 मामले अभी भी न्यायालय में विचाराधीन है. सजा के मामले में कई लोगों ने उच्च न्यायालय में अपील की है, उन्होंने बताया कि भ्रष्टाचार और रिश्वत की शिकायत पर विजिलेंस की टीम अपने स्तर से जांच कर आरोपियों को गिरफ्तार करने की कार्रवाई करती है. कोरोना काल के चलते पिछले 2 सालों में रिश्वत के मामलों में शिकायतों की संख्या में कमी आई है. वर्ष 2018 में 6 मामले, 2019 में 3 मामले 2020 में 2 और 2021 में 3 मामले अभी तक सामने आए हैं.

Last Updated : Aug 8, 2021, 1:28 PM IST
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