रामनगर: समाज के प्रति जिम्मेदार होने और लोगों को जागरूक करने के लिए उम्र मायने नहीं रखती. बस सोच परिपक्व होनी चाहिए. यह बात साबित की है रामनगर की रहने वाली नन्हीं परी दीपिका ने. कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने के लिए 6 साल की दीपिका ने घर पर खुद ही मास्क बनाकर न सिर्फ परिवार और पड़ोसियों को दिए, बल्कि आस-पास के लोगों को जागरूक भी कर रही है. इतना ही नहीं, वह लोगों को मास्क बनाने का तरीका भी सिखा रही है.
जिस उम्र में बच्चे ढंग से बोलना तक नहीं जानते, उसी उम्र में दीपिका ने ऐसा कारनामा कर डाला जिसकी पूरे रामनगर क्षेत्र में वाहवाही हो रही है. दीपिका 6 साल की एक नन्हीं बच्ची है, जो रामनगर के गुड लक स्कूल की पहली कक्षा में पढ़ती है. तीन दिन पूर्व दीपिका के परिजन जब घर से बाजार के लिए निकले तो उसने उन्हें मास्क पहनने के लिए कहा. लेकिन मम्मी पापा ने मजाक में ही दीपिका से कहा कि बाजार में मास्क नहीं मिले. इस कारण वे ऐसे ही जा रहे हैं. यह कहकर परिवार के लोग घर से चले गए. जब वो वापस लौटे तो 6 साल की दीपिका ने उनके लिए मास्क तैयार कर लिए थे.
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दीपिका ने मास्क बनाना अपनी बुआ से सीखा. परिजनों ने जब उसके बनाये मास्क पहने तो बिलकुल सही थे. डबल लेयर के यह मास्क सभी को पसंद आए. माता-पिता के बाद उसने अपने चाचा और अन्य रिश्तेदारों के लिए भी मास्क बनाए. दीपिका कहती है कि मैं ये मास्क उनको दूंगी जिनके मुंह पर मास्क नहीं होगा. जब ईटीवी भारत ने बच्ची से पूछा कि तुम ये मास्क क्यों बना रही हो, तो बच्ची का जवाब था कोरोना को हराना है. जिसके लिए लोगों का मास्क पहनना बहुत जरूरी है.