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इस साल बढ़ी गन्ने की पैदावार, फिर भी नहीं हुआ किसानों को 472 करोड़ रुपये का भुगतान

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Published : Mar 1, 2020, 12:40 PM IST

Updated : Mar 1, 2020, 1:45 PM IST

इस बार उत्तराखंड में गन्ने का उत्पादन बढ़ा है. जिसके चलते इस बार चीनी उत्पादन बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है.

sugarcane
गन्ना पेराई सत्र

हल्द्वानी: प्रदेश में इस बार गन्ने की पैदावार अधिक होने से चीनी का उत्पादन बढ़ा है. गन्ना विभाग इस पेराई सत्र में अभी तक 253 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई करा चुका है. जबकि, 27 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन हो चुका है. अभी भी पेराई सत्र मई महीने तक रहेगा. ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि इस बार प्रदेश में चीनी का उत्पादन बढ़ेगा.

गन्ना आयुक्त ललित मोहन रयाल के मुताबिक अन्य वर्षों की तुलना में इस बार उत्तराखंड में गन्ने की पैदावार बढ़ी है. जिसके चलते इस बार चीनी उत्पादन बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है. उन्होंने बताया कि अभी भी मई महीने तक पेराई सत्र की जानी है. वहीं, पेराई सत्र 2018-19 के दौरान पूरे प्रदेश के सात चीनी मिलों द्वारा करीब 365 लाख 23 हजार कुंटल गन्ने की पेराई की गई थी. जबकि, 40 लाख आठ हजार क्विंटल चीनी का उत्पादन भी किया गया.

इस साल बढ़ी गन्ने की पैदावार.

ये भी पढ़ें: हरीश रावत का गन्ना काटने का वीडियो वायरल, किसानों का जाना हालचाल

ललित मोहन रयाल ने बताया कि चीनी मिलों द्वारा अभी तक 797 करोड़ रुपये की गन्ने की खरीद की जा चुकी है. जिसमें 325 करोड़ रुपये का भुगतान किसानों को दिया जा चुका है. जबकि, 472 करोड़ रुपये किसानों को दिया जाना बाकी है. जिसके लिए चीनी मिलों को नोटिस जारी किया गया है. जल्द इन किसानों को भुगतान कर दिया जाएगा.

हल्द्वानी: प्रदेश में इस बार गन्ने की पैदावार अधिक होने से चीनी का उत्पादन बढ़ा है. गन्ना विभाग इस पेराई सत्र में अभी तक 253 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई करा चुका है. जबकि, 27 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन हो चुका है. अभी भी पेराई सत्र मई महीने तक रहेगा. ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि इस बार प्रदेश में चीनी का उत्पादन बढ़ेगा.

गन्ना आयुक्त ललित मोहन रयाल के मुताबिक अन्य वर्षों की तुलना में इस बार उत्तराखंड में गन्ने की पैदावार बढ़ी है. जिसके चलते इस बार चीनी उत्पादन बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है. उन्होंने बताया कि अभी भी मई महीने तक पेराई सत्र की जानी है. वहीं, पेराई सत्र 2018-19 के दौरान पूरे प्रदेश के सात चीनी मिलों द्वारा करीब 365 लाख 23 हजार कुंटल गन्ने की पेराई की गई थी. जबकि, 40 लाख आठ हजार क्विंटल चीनी का उत्पादन भी किया गया.

इस साल बढ़ी गन्ने की पैदावार.

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ललित मोहन रयाल ने बताया कि चीनी मिलों द्वारा अभी तक 797 करोड़ रुपये की गन्ने की खरीद की जा चुकी है. जिसमें 325 करोड़ रुपये का भुगतान किसानों को दिया जा चुका है. जबकि, 472 करोड़ रुपये किसानों को दिया जाना बाकी है. जिसके लिए चीनी मिलों को नोटिस जारी किया गया है. जल्द इन किसानों को भुगतान कर दिया जाएगा.

Last Updated : Mar 1, 2020, 1:45 PM IST
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