हल्द्वानी: सूबे की त्रिवेंद्र सरकार आगामी 18 मार्च को दो साल का कार्यकाल पूरा करने जा रही है. ऐसे में सरकार से लेकर संगठन इस दौरान हुए जनहित के कार्यों और उपलब्धियों को लोकसभा चुनाव में भुनाने की जुगत में है. वहीं, दूसरी ओर विपक्ष सूबे की डबल इंजन सरकार के कार्यकाल पर कई सवाल खड़े कर रहा है.
त्रिवेंद्र सरकार के कार्यकाल को लेकर आम जनमानस में भी मिली-जुली प्रतिक्रिया है. लोगों की माने तो बीते दो साल में प्रदेश में विकास कार्यों की चाल सुस्त है. जबकि, रोजगार सृजन के मामले में भी सरकार कुछ खास नहीं कर पाई है.
वहीं, सरकार द्वारा 2 सालों में हुए कार्यों को बीजेपी प्रदेश संगठन ऐतिहासिक मान रहा है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट का कहना है कि त्रिवेंद्र सरकार ने पिछले 2 सालों में भ्रष्टाचार पर पूरी तरह से नकेल कस चुकी है. जबकि, सूबे में विकास कार्यों में भी तेजी आई है. सरकार प्रदेश में जीरो टोलरेंस पर काम हो रही है. जिसका लाभ प्रदेश की जनता को मिल रहा है.
जबकि, विपक्ष ने त्रिवेंद्र सरकार के दो साल को निराशाजनक बताया है. पूर्व कैबिनेट मंत्री हरीश चंद्र दुर्गापाल का कहना है कि विकास के मामले में सरकार पूरी तरह से फेल नजर आ रही है. त्रिवेंद्र सरकार ने पूर्ववर्ती सरकार की सभी योजनाओं पर ब्रेक लगा दिया है. जबकि, प्रदेश में कई परियोजनाओं का काम अधर में लटका हुआ है.
हरीश चंद्र दुर्गापाल ने कहा कि प्रदेश में बेरोजगारी की दर तेजी से बढ़ रही है. युवा रोजगार की तलाश में पलायन के लिए मजबूर है. किसान लगातार आत्महत्या कर रहे हैं और खेतीहर के लिए सरकार के पास कोई योजना नहीं है. प्रदेश के गन्ना किसानों को कई महीनों का भुगतान नहीं हुआ है.