हरिद्वारः उत्तराखंड में धड़ल्ले से चाइनीज डोर बिक रही है. जिसकी चपेट में आकर लोग घायल हो रहे हैं. हरिद्वार में एक बार फिर से चाइनीज डोर की चपेट में आकर एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया. डोर से गला कटने पर वो लहूलुहान हो गया. जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां डॉक्टरों ने कई टांके लगाने के बाद बमुश्किल उसकी जान बचाई.
सामाजिक संगठन लगातार चाइनीज मांझे की बिक्री पर रोक लगाने की मांग करते आ रहे हैं. कुछ दिन पहले पुलिस ने इक्का-दुक्का दुकानदारों के चालान काटे, लेकिन पुलिस प्रशासन की ओर से कोई ठोस कार्रवाई न होने से दुकानदार धड़ल्ले से चाइनीज मांझा बेच रहे हैं. आए दिन चाइनीज मांझा में फंसकर परिंदे अपनी जान गवां रहे हैं तो कई राह चलते लोग चाइनीज मांझा में उलझ कर घायल हो चुके हैं.
ताजा मामला रविवार का है. जहां कनखल वाल्मीकि बस्ती निवासी अर्पित किसी काम से बाइक पर जा रहा था. तभी क्षेत्र में ही चाइनीज मांझा उसकी गर्दन में आकर उलझ गया. इससे पहले की अर्पित खुद को बचा पाता, उसके गले का काफी हिस्सा कट गया और वो लहूलुहान हो गया. आनन-फानन में अस्पताल ले जाकर उसकी मरहम-पट्टी कराई गई.
युवक के गले में कई टांके लगाए गए, तब जाकर कहीं उसकी जान बच पाई. युवक के स्वजनों ने पुलिस प्रशासन को हादसे के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए चाइनीज मांझा बेचने वाले दुकानदारों और इस्तेमाल करने वालों पर कार्रवाई की मांग की है. कई संगठनों ने भी चाइनीज मांझे पर सख्ती से रोक न लगने पर रोष बना हुआ है.
ऐसा हरिद्वार में पहली बार नहीं हो रहा है. बसंत पंचमी से पहले ही हरिद्वार में पतंगबाजी शुरू हो जाती है और जगह-जगह सड़कों पर गिरने वाली इस जोर से लोग घायल भी होते हैं. इसकी जानकारी पुलिस और प्रशासन दोनों को ही है, लेकिन आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के बजाय पुलिस भी एक दो कार्रवाई कर जिम्मेदारी से इतिश्री कर देती है.
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