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हरिद्वार: घर-घर गंगाजल पहुंचाने की होड़, सरकार के बाद यूथ कांग्रेस ने भी उठाया बीड़ा

कोरोना संक्रमण के चलते इस साल सावन माह में होने वाली कांवड़ यात्रा रद्द कर दी गई है, लेकिन यूथ कांग्रेस ने भक्तों की आस्था को ध्यान में रखते हुए बाहरी प्रदेशों में हरकी पैड़ी से गंगा जल पहुंचाने के बीड़ा उठाया है.

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Published : Jul 8, 2020, 7:20 PM IST

Updated : Jul 17, 2020, 1:17 PM IST

हरिद्वार
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हरिद्वार: कोरोना महामारी के चलते इस बार कांवड़ यात्रा को रद्द कर दिया गया है. हालांकि, राज्य सरकार पहले ही घोषणा कर चुकी है वह यूपी, हरियाणा और उत्तराखंड के भक्तों को हरकी पैड़ी का गंगा जल उनके शहर तक भिजवाएंगी, लेकिन अब यूथ कांग्रेस ने भी उत्तराखंड से सटे हुए राज्यों में हरकी पौड़ी के ब्रह्मकुंड का गंगाजल पहुंचाने का बीड़ा उठाया है.

उत्तरखंड यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुमित्तर भुल्लर ने कहा कि उन्होंने उत्तर प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली के 10 हजार शिवालयों में गंगाजल पहुंचाने का लक्ष्य रखा है. इसके कार्य को पूरा करने के लिए तीनों प्रदेशों में यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं से संपर्क किया जा रहा है. सावन के दूसरे सोमवार से यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ता सीमांत प्रदेशों में स्थित शिवालयों तक गंगाजल पहुंचाना शुरू कर देंगे. ताकि वे अपनी परंपराओं को आगे बढ़ा सके.

घर-घर गंगाजल पहुंचाने की होड़

पढ़ें- 30 रुपए में 'हर घर गंगा जल', कोरोना काल में आपको भी जाननी चाहिए डाक विभाग की ये स्कीम

दूसरे तरफ राज्य सरकार भी अन्य प्रदेशों में गंगाजल भिजवाने का काम कर रही है. कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक ने कहा कि हर साल सावन में तीन से चार करोड़ कांवड़िए गंगाजल लेने हरिद्वार आते हैं, लेकिन इस बार कोरोना महामारी के देखते हुए कांवड़ यात्रा स्थगित कर दी गई है, लेकिन भक्तों को निराश होने की जरुरत नहीं है क्योंकि, उत्तराखंड राज्य भक्तों को घर बैठे ही हरिद्वार हर की पौड़ी का गंगाजल उपलब्ध कराएंगी. यह कार्य इसलिए भी किया जा रहा है ताकि एक संदेश जाए की राज्य सरकारों की नीयत में कोई कमी नहीं है. वो श्रद्धालुओं की भावना का सम्मान करती है.

हरकी पैड़ी का गंगा जल इस तरह से दूसरे राज्यों में पहुंचाने के लेकर जब शास्त्रों के जानकार आचार्य प्रतीक मिश्रपुरी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि यह बड़ी ही विकट स्थिति है. आज से पहले ऐसा कभी नहीं था कि हरकी पौड़ी स्थित ब्रह्मकुंड पर गंगा जल भरने से किसी को रोका गया हो. हालांकि, सरकार ने इसके कुछ व्यवस्था की है. इस गंगाजल को चढ़ाने पर भी उसी पुण्य की प्राप्ति होगी जो श्रद्धालुओं को कांवड़ में गंगाजल लेकर जाने से प्राप्त होती है.

हरिद्वार: कोरोना महामारी के चलते इस बार कांवड़ यात्रा को रद्द कर दिया गया है. हालांकि, राज्य सरकार पहले ही घोषणा कर चुकी है वह यूपी, हरियाणा और उत्तराखंड के भक्तों को हरकी पैड़ी का गंगा जल उनके शहर तक भिजवाएंगी, लेकिन अब यूथ कांग्रेस ने भी उत्तराखंड से सटे हुए राज्यों में हरकी पौड़ी के ब्रह्मकुंड का गंगाजल पहुंचाने का बीड़ा उठाया है.

उत्तरखंड यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुमित्तर भुल्लर ने कहा कि उन्होंने उत्तर प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली के 10 हजार शिवालयों में गंगाजल पहुंचाने का लक्ष्य रखा है. इसके कार्य को पूरा करने के लिए तीनों प्रदेशों में यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं से संपर्क किया जा रहा है. सावन के दूसरे सोमवार से यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ता सीमांत प्रदेशों में स्थित शिवालयों तक गंगाजल पहुंचाना शुरू कर देंगे. ताकि वे अपनी परंपराओं को आगे बढ़ा सके.

घर-घर गंगाजल पहुंचाने की होड़

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दूसरे तरफ राज्य सरकार भी अन्य प्रदेशों में गंगाजल भिजवाने का काम कर रही है. कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक ने कहा कि हर साल सावन में तीन से चार करोड़ कांवड़िए गंगाजल लेने हरिद्वार आते हैं, लेकिन इस बार कोरोना महामारी के देखते हुए कांवड़ यात्रा स्थगित कर दी गई है, लेकिन भक्तों को निराश होने की जरुरत नहीं है क्योंकि, उत्तराखंड राज्य भक्तों को घर बैठे ही हरिद्वार हर की पौड़ी का गंगाजल उपलब्ध कराएंगी. यह कार्य इसलिए भी किया जा रहा है ताकि एक संदेश जाए की राज्य सरकारों की नीयत में कोई कमी नहीं है. वो श्रद्धालुओं की भावना का सम्मान करती है.

हरकी पैड़ी का गंगा जल इस तरह से दूसरे राज्यों में पहुंचाने के लेकर जब शास्त्रों के जानकार आचार्य प्रतीक मिश्रपुरी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि यह बड़ी ही विकट स्थिति है. आज से पहले ऐसा कभी नहीं था कि हरकी पौड़ी स्थित ब्रह्मकुंड पर गंगा जल भरने से किसी को रोका गया हो. हालांकि, सरकार ने इसके कुछ व्यवस्था की है. इस गंगाजल को चढ़ाने पर भी उसी पुण्य की प्राप्ति होगी जो श्रद्धालुओं को कांवड़ में गंगाजल लेकर जाने से प्राप्त होती है.

Last Updated : Jul 17, 2020, 1:17 PM IST
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