हरिद्वारः धर्मनगरी हरिद्वार में संतों ने शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी की रिहाई के लिए सर्वानंद घाट पर मां बगलामुखी का यज्ञ कर पदयात्रा शुरू की गई. इसके साथ ही संत दिल्ली राजघाट में आमरण अनशन करेंगे. पद यात्रा में हिमाचल प्रदेश के आए दिव्यांग योगी ज्ञाननाथ समेत आधा दर्जन संत पदयात्रा करते हुए आठवें दिन दिल्ली पहुंचेंगे.
वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी की रिहाई के लिए रविवार को हरिद्वार गंगा तट से संतों का एक कारवां दिल्ली की ओर चल पड़ा है. यति नरसिंहानंद ने कहा कि हिंदुओं की इस दुर्दशा के लिए महात्मा गांधी जिम्मेदार हैं. इसलिए जितेंद्र त्यागी की रिहाई तक हम राजघाट पर आमरण अनशन करेंगे. यति ने दावा किया कि इस पदयात्रा को उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों से होकर निकालेंगे. पदयात्रा आरंभ करते हुए यति नरसिंहानंद ने कहा कि वर्तमान समय में जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी सत्य और न्याय का नव प्रतीक बन चुके हैं.
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उन्होंने कहा कि जितेंद्र नारायण त्यागी ने सत्य पूरी दुनिया के सामने रखा है, जो पिछले 1400 सालों से इस देश में किसी ने नहीं कहा. उन्हें केवल अपनी सत्यनिष्ठा और न्यायप्रियता के कारण आज ये दुर्दशा देखनी पड़ रही है. हम उनके सम्मान के लिए अंतिम सांस तक लड़ेंगे. हम जानते हैं कि वो वोट बैंक की घटिया राजनीति के शिकार हो चुके हैं. हम उनके सम्मान की रक्षा के लिए अहिंसक तरीके से लड़ते हुए अपनी जान तक देने के लिए तैयार हैं.