हरिद्वारः अटल बिहारी वाजपेयी स्टेट गेस्ट हाउस के निर्माण कार्य की गुणवत्ता की हकीकत 3 सालों में ही सामने आ गई है. साल 2017 में करीब बने 17 करोड़ की लागत से बनकर तैयार हुए गेस्ट हाउस की छतों से बारिश का पानी टपक रहा है. खास बात ये है कि गेस्ट हाउस के जिन कमरों में पानी टपक रहा है, वो वीवीआईपी रूम हैं. जिनमें मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्रियों को ठहराया जाता है.
गौर हो कि अर्ध कुंभ 2016 की निधि से कार्यदायी संस्था गढ़वाल मंडल विकास निगम ने लुधियाना की एक कंपनी से गेस्ट हाउस का निर्माण कराया था. 24 कमरों के स्टेट गेस्ट हाउस के निर्माण में करीब 17 करोड़ रुपये की लागत आई थी. फिलहाल, राज्य संपत्ति विभाग गेस्ट हाउस का संचालन कर रहा है. इतना ही नहीं बात अगर गेस्ट हाउस के नक्शे की जाए तो उसमें भी कई कमियां सामने आती हैं. गेस्ट हाउस के सामने बने फ्रंट गेट से गाड़ी चलाना बहुत ही मुश्किल है. इसलिए गेस्ट हाउस के पिछले गेट का उपयोग किया जाता है.
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गेस्ट हाउस व्यवस्था अधिकारी जीपी बहुगुणा ने बताते हैं कि उनकी ओर से पहले ही कुंभ मेला अधिकारी दीपक रावत को इसकी जानकारी देते हुए पत्र भेजा गया है. जिस पर कुंभ मेला अधिकारी दीपक रावत ने गेस्ट हाउस की मरम्मत के लिए पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को निर्देश दिए. पीडब्ल्यूडी के अधिकारी कई बार बिल्डिंग का निरीक्षण कर चुके हैं, हालांकि अभी मरम्मत कार्य शुरू नहीं हुआ है. जीपी बहुगुणा ने बताया कि उन्होंने एक बार फिर मामले को लेकर पीडब्ल्यूडी को पत्र लिखा गया है.