हरिद्वार: उत्तराखंड एसटीएफ ने लंबे समय से फरार चले रहे शातिर भू-माफिया को गुरुग्राम से गिरफ्तार किया है. पुलिस आरोपी की तलाश में लंबे समय से लगी हुई थी. पुलिस के अनुसार आरोपी पर यूपी, हरियाणा एवं राजस्थान में भी कई संगीन धाराओं में मुकदमे दर्ज हैं. हरिद्वार ज्वालापुर कोतवाली में आरोपी के खिलाफ जबरन वसूली का मामला दर्ज है. फिलहाल एसटीएफ आरोपी से पूछताछ में जुटी हुई है, जिसे वे बड़ी सफलता मान रही है.
बताया जा रहा है कि एसटीएफ के हत्थे चढ़ा आरोपी शातिर यशपाल तोमर को राजनीतिक और पुलिस के कुछ अधिकारियों के संरक्षण की बात भी सामने आ रही है. जिनके मार्फत आरोपी दबाव बनाने के लिए अलग-अलग थानों में फर्जी मुकदमे दर्ज करवाता था. उत्तराखंड एसटीएफ को आरोपी की लंबे समय से तलाश थी. एसटीएफ के हत्थे चढ़ा शातिर यशपाल तोमर जिला बागपत यूपी का रहने वाला है. लेकिन अपने शातिर दिमाग के चलते उसने कुछ सालों में एक ऐसा गिरोह तैयार किया था, जिसमे युवकों के साथ ही खूबसूरत लड़कियों को भी शामिल किया था.
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वहीं सब को साथ लेकर ये ऐसी जमीनों की तलाश में जुटा रहता था, जिनकी कीमत करोड़ों में हुआ करती थी और जमीन से विवाद जुड़ा हुआ होता था. एक पक्ष से बात कर फिर दूसरे पक्ष पर कभी लड़कियों तो कभी किसी और तरह से फर्जी मुकदमे दर्ज करवाता था. आखिरकार पांच माह से मामले की जांच कर रही एसटीएफ को मुख्य आरोपी के गुरुग्राम में होने की भनक लगी, जिसके बाद टीम ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.
क्या कहते हैं अधिकारी: एएसपी एसटीएफ स्वप्न किशोर सिंह का कहना है की गुरुग्राम से इस शातिर अपराधी की गिरफ्तारी की गई है. हरिद्वार की ज्वालापुर कोतवाली में आरोपी के खिलाफ अभियोग पंजीकृत था, इसलिए आरोपी को जेल भेजा जा रहा है. यह एक शातिर आरोपी है और गिरोहबंद होकर मुख्य रूप से ब्लैक मेलिंग का काम किया करता था. इसके साथियों की भी अब पुलिस तलाश कर रही है, जल्द ही इसके सहयोगियों को भी सलाखों के पीछे पहुंचाया जाएगा
शीतल और रेशमा की तलाश: यशपाल के गैंग में दो शातिर हसीनाएं भी बताई जा रही हैं. शीतल और रेशमा नाम की इन दो लड़कियों की भी पुलिस को तलाश है. इन दोनों को कई बार मोहरा बनाकर इसने ब्लैकमेलिंग का भी काम किया है. साथ ही पुलिस आरोपी की गिरफ्तारी के उसके कनेक्शन खंगाल रही है. आखिर आरोपी के इस खेल में कौन-कौन शामिल हैं, जो आरोपी के मददगार थे. पुलिस इसकी परत दर परत खोलने में लगी है.
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कई संपत्ति मालिकों को मिली राहत: यशपाल ने कई प्रदेशों के बड़े संपत्ति मालिकों को परेशान किया हुआ था. जमीन कब्जाने के चक्कर में यह उन्हें फर्जी मामलों में फंसाता था. उसका सबसे बड़ा हथियार वे हसीनाएं थी जो संपत्ति के मालिक के खिलाफ, एक विशेष थाने में फर्जी मुकदमा दर्ज कराया करती थी. वहीं आरोपी की गिरफ्तारी के बाद इन सभी लोगों ने राहत की सांस ली है.