हरिद्वार: केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भेल इंटर कॉलेज पहुंचे (Dharmendra Pradhan reached BHEL Inter College). जहां उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान (National Teacher Award) से सम्मानित प्रदीप नेगी से मुलाकात की. इस दौरान प्रधान ने प्रदीप नेगी द्वारा शिक्षा और पढ़ाने के तरीके में किए गए नए प्रयोग को उनकी क्लास में बैठकर समझा और पढ़ाई भी की.
धर्मेंद्र प्रधान ने कहा भारतीय शिक्षा नीति (Indian Education Policy) में हम बच्चों को शिक्षा देने के लिए इस तरह के प्रयोग को अमल में भी लाएंगे. हमारा प्रयास होगा कि इस तरह के प्रयोगों को बच्चों तक पहुंचाया जाए. भारतीय शिक्षा नीति में हर प्रदेश को 200 चैनल दिए जाएंगे और उत्तराखंड को 1 से 12 क्लास तक 1-1 चैनल उपलब्ध कराया जाएगा. इस दौरान उन्होंने प्रदीप नेगी को सम्मानित भी किया. इस मौके पर उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत (Education Minister Dhan Singh Rawat) भी उपस्थित रहे.
धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कुछ दिन पहले प्रदीप नेगी को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से राष्ट्रपति महोदया ने विज्ञान भवन में सम्मानित किया था. फिर उसी शाम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सम्मानित शिक्षकों का मिलना हुआ. उस समय प्रधानमंत्री मोदी ने हम सभी को प्रदीप नेगी जी के पढ़ाने के तरीके के बारे में जानकारी दी थी. उन्होंने कहा राष्ट्रीय शिक्षा नीति में अनोखे तरीके से बच्चों को डिजिटल कंटेंट के माध्यम से पढ़ाने की बात की गई है. लेंडेड लर्निंग की बात कही गई है. उसको एक प्रकार से इसी स्कूल में प्रदीप नेगी ने शुरू कर दिया था.
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ऑनलाइन कैसे पढ़ाना है और उसमें विद्यार्थियों को कैसे ज्यादा समझ में आए, उसके लिए उन्होंने एक प्रयोग किया है. इसीलिए उनको इस बार राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान से सम्मानित किया गया. जिसे में खुद एक बार चलकर देखना चाहता था. इसलिए मैं खुद क्लास रूम में बैठकर उनके पढ़ाने के तरीके में क्या विशेष है, यह देखने हरिद्वार आया था. प्रदीप नेगी ने जिस ढंग से इसको डेवलप किया है, यह बहुत ही प्रशंसनीय है.