रुड़की: बीजेपी विधायक प्रदीप बत्रा के सिविल लाइन स्थित आवास के बाहर सोमवार को व्यापारियों ने हंगामा किया. व्यापारियों ने विधायक पर अभद्र व्यवहार करने का भी आरोप लगाया है. इस दौरान विधायक और व्यापारियों के बीच नोक-झोंक भी हुई है. तनाव को देखते हुए सिविल लाइन कोतवाली पुलिस भी मौके पर पहुंची.
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जानकारी के मुताबिक 2012 में तत्कालीन नगर पालिका अध्यक्ष प्रदीप बत्रा ने रामनगर क्षेत्र में व्यापारियों को कुछ दुकानें आवंटित की थी. इसको लेकर व्यापारियों का आरोप है कि तब प्रदीप बत्रा ने उन से ज्यादा धन राशि लेकर निगम के खाते में कम पैसे जमा कराये थे. साथ की उनका कहना है कि प्रदीप बत्रा ने दुकान आवंटित करने की अनुमति शासन से नहीं ली थी. जबकि चेयरमैन पद पर रहते हुए बत्रा ने व्यापारियों को आश्वासन दिया था कि शासन की अनुमति के बाद ही ये दुकानें आवंटित की जा रही है. व्यापारियों ने बताया कि उस समय उनसे एक दुकान के लिए साढ़े तीन लाख रुपए लिए गए थे, लेकिन उन्हें रसीद केवल 75 हजार रुपए की ही दी गई थी.
इस मामले में रूड़की के पूर्व मेयर यशपाल राणा हाई कोर्ट गए थे. जिसके लिए शासन द्वारा एक कमेटी बनाई गई थी. कमेटी की जांच में साफ हो गया था कि दुकानों के लिए शासन से कोई अनुमति नहीं ली गई थी. ऐसे में ये दुकाने गलत तरीके के आवंटित की गई थी. इस को लेकर व्यापारियों ने बीजेपी विधायक प्रदीप बत्रा पर गंभीर आरोप लगाए है और उनके घर के सामने प्रदर्शन किया.