हरिद्वार: कुछ दिनों पहले नगर निगम हरिद्वार की बोर्ड बैठक में एक प्रस्ताव पारित हुआ था, जिसमें मां मनसा देवी मंदिर के लिए रोपवे की सेवा देने वाली कंपनी उषा ब्रेको का नगर निगम द्वारा तय शुल्क के अलावा सेवा विस्तार किया गया था. विवाद होने के बाद प्रदेश सरकार की ओर से उषा ब्रेको की सेवा पर रोक लगा दी गई. ऐसे में सीमित संख्या में यात्रियों के आने से व्यापार मंडल के व्यापारियों का व्यापार प्रभावित हो गया है. इसे लेकर व्यापारियों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया और कंपनी की सेवा जल्द शुरू करने की मांग की.
दरअसल, इन दिनों हरिद्वार नगर निगम और रोपवे की सेवा देने वाली कंपनी उषा ब्रेको के बीच हुए विवाद के बाद प्रदेश सरकार ने कंपनी की सेवा पर रोक लगा दी है. रोपवे की सेवा बंद होने से यात्री मां मनसा देवी के मंदिर का रुख नहीं कर रहे हैं. ऐसे में यात्रियों का मनसा देवी मंदिर नहीं आने से व्यापारियों का व्यापार चौपट हो गया है. इसे लेकर व्यापारियों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया है.
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वहीं, व्यापारी संजय अग्रवाल ने कहा कि उषा ब्रेको और नगर निगम का जो भी विवाद है, जल्द सुलझा लिया जाना चाहिए. ताकि व्यापारियों का व्यापार प्रभावित ना हो. उन्होंने कहा कि एक तो कोरोना की वजह से व्यापारी पहले से ही परेशान हैं, और अब नगर निगम और प्रदेश सरकार के बीच की खींचतान के बीच व्यापारियों का व्यापार और प्रभावित हो रहा है.
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उन्होंने उड़न खटोले की सेवा देने वाली कंपनी उषा ब्रेको की सेवाएं जल्द शुरू कराने की मांग की है. उन्होंने कहा कि अगर प्रदेश सरकार अपना विवाद को कंपनी से जल्द नहीं सुलझाती है तो व्यापारी भूख हड़ताल करने को मजबूर होंगे. पिछले 4 महीने से रोपवे उड़न खटोला की सेवाएं बंद हैं, जिसके कारण से यात्री नहीं आ रहा हैं. इसका खामियाजा व्यापारियों को भुगतना पड़ रहा है.