हरिद्वार: नगर निगम हरिद्वार बाइलॉज के अनुसार हरकी पैड़ी के 7 किलोमीटर के दायरे में किसी भी गैर हिंदू को दुकान बेची नहीं जा सकती, लेकिन चंद्राचार्य चौक के पास स्थित एक कॉन्प्लेक्स में ऐसी ही एक दुकान बेचे जाने का व्यापारियों ने विरोध शुरू कर दिया है. इस संबंध में उन्होंने रजिस्ट्रार को शिकायत की तो उन्होंने बायलॉज लाने की बात कहकर मामले को टाल दिया. इस बात से व्यापारियों में खासा रोष है.
बता दें कि चंद्राचार्य चौक के पास स्थित केक शॉपिंग कॉम्पलेक्स में घड़ी की दुकान है, लेकिन आरोप है कि चंद पैसों के लालच में मालिक इस दुकान को एक गैर हिंदू को बेचने जा रहा है, जबकि नगर निगम हरिद्वार बाइलॉज के अनुसार हरकी पैड़ी के 7 किलोमीटर की परिधि में किसी भी गैर हिंदुओं को दुकान या मकान नहीं बेचा जा सकता और ना ही उसके नाम संपत्ति की रजिस्ट्री हो सकती है. यह कानून आज से नहीं अंग्रेजों के समय से चला आ रहा है.
दुकान मालिक द्वारा अपनी दुकान एक गैर हिंदू को बेचे जाने की खबर के बाद आसपास के व्यापारियों में भारी आक्रोश है. शुक्रवार को यह तमाम व्यापारी एकत्रित होकर रजिस्ट्रार कार्यालय पहुंचे तो आरोप है कि रजिस्ट्रार ने यह कह दिया कि उन्हें तो सिर्फ पैसों से मतलब है. फिर चाहे कोई हरकी पैड़ी की ही क्यों न रजिस्ट्री करा ले. लेकिन जब व्यापारियों ने इस बात का विरोध किया तो उन्होंने नगर निगम हरिद्वार से ऐसा कोई बाइलॉज लाकर देने की बात कही. ताकि वह रजिस्ट्री होने से रोक सकें.
चंद्राचार्य चौक व्यापार मंडल के सदस्य समर्थ अग्रवाल का कहना है कि रानीपुर मोड़ स्थित कुमार उपलक्ष में एक टाइटन का शोरूम है, जिसके मालिक शिवम गुप्ता अपनी दुकान सिर्फ कुछ पैसों के लालच में किसी विशेष समुदाय को व्यक्ति को बेच रहे हैं, जो नगर निगम हरिद्वार के बायलॉज के खिलाफ है. क्योंकि हरकी पैड़ी से 7 किलोमीटर के दायरे में किसी भी गैर हिंदू समुदाय के व्यक्ति को दुकान नहीं बेची जा सकती है. इस संबंध में जब रजिस्ट्रार से बात की गई तो उन्होंने साफ कह दिया कि मुझे तो सिर्फ राजस्व से मतलब है. मैं तो हरकी पैड़ी की भी रजिस्ट्री कर दूंगा.
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हालांकि, जब व्यापारी नगर निगम हरिद्वार के अधिकारियों से इससे संबंधित बाइलॉज लेने को कहा तो उन्होंने कहा कि आप सूचना के अधिकार में मांगों तब हम इसकी जानकारी देंगे. अब हमारे व्यापार मंडल अध्यक्ष उन कागजों को निकलवाने के लिए नगर निगम गए हैं, जिससे यह साबित हो सके कि इस इलाके में किसी मुस्लिम को दुकान नहीं बेची जा सकती है.