हरिद्वार: नवरत्न संस्थानों में शुमार भेल रानीपुर में कार्यरत संविदा कर्मियों के हंगामे थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. इस बार बीते साल की छुट्टियों का पैसा ना मिलने से भेल के संविदा कर्मियों ने टूल डाउन कर हड़ताल कर दी है. कर्मचारियों का आरोप है कि ठेकेदार ने जहां अब तक बीते साल की छुट्टियों के वेतन का भुगतान नहीं किया है.
कई संविदा कर्मियों का आरोप है कि उन्हें समय पर वेतन भी नहीं मिल रहा है. वेतन न मिलने के कारण ही पूर्व में भी इकाई में बवाल हुआ था. लेकिन नए ठेकेदार को दिल्ली से काम दिए जाने के कारण यहां पर कोई अधिकारी इस मामले में भी बोलने को तैयार नहीं है. आए दिन होने वाले बवाल की वजह से उत्पादन पर गहरा असर तो पढ़ ही रहा है. वही इकाई का माहौल भी खराब हो रहा है.
कुछ दिन पहले भी हई थी हड़ताल: अभी कुछ दिन पहले ही पूरी इकाई में तमाम संविदा कर्मियों ने हड़ताल कर दी थी, क्योंकि उन्हें डेढ़ माह से वेतन नहीं मिला था. इस हड़ताल के चलते मुख्य रूप से चिकित्सा व्यवस्था बुरी तरह से प्रभावित हुई थी, जिसके बाद चिकित्सा कर्मियों को कुछ वेतन देकर उस समय मामला शांत कर दिया गया था लेकिन गुरुवार को एक बार फिर बीएचईएल के ब्लॉक-2 में काम करने वाले सैकड़ों संविदा कर्मियों ने टूल डाउन कर हंगामा खड़ा कर दिया.
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इसी साल अप्रैल माह से भेल में काम करने वाले वाले संविदा कर्मियों को अलग-अलग ठेकेदारों के अधीन काम कराने की बजाय एक संयुक्त ठेकेदार के अधीन काम कराने की व्यवस्था की गई है. अब यही व्यवस्था भेल प्रबंधन के लिए जहां जी का जंजाल बन गई है. कर्मचारियों को भी अब वेतन के लिए आए दिन हंगामे करने पड़ रहे हैं.
फोन नहीं उठाते पब्लिक रिलेशन ऑफिसर: भेल ने मीडिया को जानकारी देने के लिए पब्लिक रिलेशन विभाग न केवल अलग से बनाया है बल्कि इसमें पब्लिक रिलेशन ऑफिसर की भी नियुक्ति की गई है. लेकिन हैरानी की बात है कि यहां के जनसंपर्क अधिकारी राकेश मानिकतला मीडिया को जानकारी देना तो दूर फोन तक उठाने की जरूरत नहीं समझते. यह कोई पहली बार नहीं है. इससे पहले भी कई बार इकाई के भीतर होने वाले बवाल के बारे में इस अधिकारी से पूछा गया तो उन्होंने कभी कोई सीधी जानकारी उपलब्ध नहीं कराई.