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छात्रवृत्ति घोटाला: तीनों अधिकारियों को 10 दिनों न्यायिक हिरासत में भेजा जेल

समाज कल्याण विभाग के छात्रवृत्ति घोटाले में एसआईटी अभी कई और अधिकारियों और शिक्षण संस्थानों पर कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है. सोमवार जिन तीन अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया था, उन्हें मगंलवार को कोर्ट में पेश किया गया था.

छात्रवृत्ति घोटाला
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Published : Oct 15, 2019, 8:28 PM IST

देहरादून: समाज कल्याण विभाग के छात्रवृत्ति घोटाले में सोमवार को हरिद्वार से गिरफ्तार किए विभाग के दो पूर्व और एक वर्तमान अधिकारियों को देहरादून की विजिलेंस कोर्ट में पेश किया गया. जहां कोर्ट ने तीनों आरोपियों को 24 अक्टूबर (10 दिन) तक न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है. 24 अक्टूबर को एक बार तीनों को कोर्ट में पेश किया जाएगा, जिसके बाद आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू होगी.

सोमवार को एसआईटी ने हरिद्वार से समाज कल्याण विभाग के दो पूर्व अधिकारी मुनीष कुमार त्यागी और विनोद नैथानी समेत एक वर्तमान अधिकारी सोम प्रकाश को गिरफ्तार किया था. तीनों पर आरोप है कि 2010 से 2016 तक वो समाज कल्याण विभाग विभाग में सत्यापन अधिकारी के तौर पर विभाग में कार्यरत थे. इस दौरान उन्होंने शिक्षण संस्थानों की मिलीभगत से फर्जी प्रमाण पत्र और दस्तावेजों के सत्यापन का काम किया था.

छात्रवृत्ति घोटाला में गिरफ्तार अधिकारियों को भेजा जेल.

पढ़ें- छात्रवृत्ति घोटाला: समाज कल्याण विभाग के तीन अधिकारी गिरफ्तार, कई निजी सस्थानों पर मुकदमा दर्ज

शासकीय अधिवक्ता राजीव गुप्ता ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ कोर्ट से 24 अक्टूबर तक की न्यायिक हिरासत मांगी गई थी. जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया. ऐसे में 24 अक्टूबर को एक बार फिर तीनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया जाएगा, जहां से आगे की कानूनी प्रक्रिया जारी रहेगी.

छात्रवृत्ति घोटाले में अभीतक समाज कल्याण विभाग के चार अधिकारी जेल जा चुके हैं. वहीं, 13 शिक्षक संस्थानों के संचालकों पर भी गाज गिर चुकी है, जो इस समय जेल में बंद है.

देहरादून: समाज कल्याण विभाग के छात्रवृत्ति घोटाले में सोमवार को हरिद्वार से गिरफ्तार किए विभाग के दो पूर्व और एक वर्तमान अधिकारियों को देहरादून की विजिलेंस कोर्ट में पेश किया गया. जहां कोर्ट ने तीनों आरोपियों को 24 अक्टूबर (10 दिन) तक न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है. 24 अक्टूबर को एक बार तीनों को कोर्ट में पेश किया जाएगा, जिसके बाद आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू होगी.

सोमवार को एसआईटी ने हरिद्वार से समाज कल्याण विभाग के दो पूर्व अधिकारी मुनीष कुमार त्यागी और विनोद नैथानी समेत एक वर्तमान अधिकारी सोम प्रकाश को गिरफ्तार किया था. तीनों पर आरोप है कि 2010 से 2016 तक वो समाज कल्याण विभाग विभाग में सत्यापन अधिकारी के तौर पर विभाग में कार्यरत थे. इस दौरान उन्होंने शिक्षण संस्थानों की मिलीभगत से फर्जी प्रमाण पत्र और दस्तावेजों के सत्यापन का काम किया था.

छात्रवृत्ति घोटाला में गिरफ्तार अधिकारियों को भेजा जेल.

पढ़ें- छात्रवृत्ति घोटाला: समाज कल्याण विभाग के तीन अधिकारी गिरफ्तार, कई निजी सस्थानों पर मुकदमा दर्ज

शासकीय अधिवक्ता राजीव गुप्ता ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ कोर्ट से 24 अक्टूबर तक की न्यायिक हिरासत मांगी गई थी. जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया. ऐसे में 24 अक्टूबर को एक बार फिर तीनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया जाएगा, जहां से आगे की कानूनी प्रक्रिया जारी रहेगी.

छात्रवृत्ति घोटाले में अभीतक समाज कल्याण विभाग के चार अधिकारी जेल जा चुके हैं. वहीं, 13 शिक्षक संस्थानों के संचालकों पर भी गाज गिर चुकी है, जो इस समय जेल में बंद है.

Intro:summary_छात्रवृत्ति घोटाले में गिरफ्तार किए गए 3 समाज कल्याण अधिकारीयों को न्यायिक हिरासत में भेजा गया जेल, तीनों आरोपियों को 24 अक्टूबर तक न्यायायिक हिरासत में 10 दिन की जेल, सोमवार हरिद्वार से गिरफ्तार किए गए थे आरोपी।


उत्तराखंड के चर्चित छात्रवृत्ति घोटाले मामले में सोमवार हरिद्वार से गिरफ्तार किए गए दो पूर्व और एक निवर्तमान सहायक जिला समाज कल्याण अधिकारियों को मंगलवार देहरादून की विजिलेंस कोर्ट में पेश किया गया, जहां से तीनों आरोपित अधिकारियों को देहरादून अपर जिला जज श्रीकांत पांडे की अदालत ने 24 अक्टूबर तक... 10 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। दीपावली की अवकाश होने से पहले शासकीय अधिवक्ता द्वारा आरोपियों के खिलाफ कोर्ट से 24 अक्टूबर तक की न्यायिक हिरासत मांगी गई थी, जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया.. ऐसे में 24 अक्टूबर को एक बार फिर तीनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया जाएगा जहां से आगे की कानूनी प्रक्रिया जारी रहेगी.


छात्रवृत्ति घोटाले में लिप्त पाए जाने पर न्याययिक हिरासत में जेल भेजे गए अधिकारियों में... सोम प्रकाश वर्तमान में हरिद्वार के समाज कल्याण विभाग कार्यालय में सहायक जिला अधिकारी पद पर तैनात थे। जबकि मुनीष कुमार त्यागी और विनोद नैथानी पहले ही समाज कल्याण विभाग के रिटायर्ड हो चुके है।


Body: शासकीय अधिवक्ता के मुताबिक 2010 से 2016 तक घोटालें के दौरान आरोपित समाज कल्याण अधिकारी विभाग में सत्यापन अधिकारी के तौर पर विभाग में कार्यरत थे। उसी दौरान इनके द्वारा घोटालेबाज शिक्षण संस्थानों के साथ मिलीभगत कर कॉलेजो में जाकर छात्र छात्राओं का फर्जी दाखिला वाले दस्तावेजों में धोखाधड़ी कर सत्यापन दिखाने का कार्य किया गया. आरोपित समाज कल्याण अधिकारियों के फर्जीवाड़े से ही सरकारी धन का गबन किया गया।

बाइट- राजीव गुप्ता, शासकीय अधिवक्ता,अपर जिला तृतीत कोर्ट,विजिलेंस,देहरादून

बता दें कि उत्तराखंड समाज कल्याण विभाग अधिकारियों की मिलीभगत से करोड़ों के चर्चित समाज कल्याण घोटाले मामले में अभी तक 4 समाज कल्याण अधिकारी को जेल भेजा जा चुका है। जबकि 13 हरिद्वार जिले के शिक्षण संस्थानों के संचालकों को भी इस घोटाले में जेल जा चुके हैं।


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