हरिद्वार: उत्तराखंड के बहुचर्चित समाज कल्याण विभाग के करोड़ों रुपए के घोटाले में पुलिस ने विभाग के पूर्व तीन अधिकारियों को गिरफ्तार किया है. पकड़े गए तीनों आरोपी समाज कल्याण विभाग में सहायक अधिकारी के पद पर तैनात थे. आरोपियों के नाम सोम प्रकाश, मुनीश और विनोद कुमार है. तीनों पर बिना सत्यापन के ही छात्रवृत्ति राशि जारी करने का आरोप है. इसी के साथ सोमवार को कई निजी शिक्षक संस्थानों पर भी मुकदमे दर्ज किए गए.
छात्रवृत्ति घोटाले को लेकर एसआईटी जांच कर रही है. एसआईटी इससे पहले भी कई अधिकारी और निजी शिक्षा संस्थानों के लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. सोमवार को एसआईटी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए तीन पूर्व समाज कल्याण सहायक अधिकारियों को गिरफ्तार किया. इसके अलावा जिन तीन संस्थानों पर मुकदमा दर्ज किया गया, उसमें रामानंद इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेसी एंड मैनेजमेंट पर 420/409 की धारा के तहत ज्वालापुर कोतवाली में पांच करोड़ के गबन का मुकदमा दर्ज किया गया है.
वहीं टेक पॉलिटेक्निक रुड़की धनोरी पर 420/409 की धारा के तहत कलियर थाने में चार करोड़ के गबन का मुकदमा दर्ज किया गया है. स्वामी दर्शनानंद इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी गुरुकुल महाविद्यालय पर 420/409 की धारा के तहत कनखल थाने में पांच करोड़ पांच लाख के गबन का मुकदमा दर्ज किया गया है.
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मानव भारती विश्वविद्यालय सोनल हिमाचल प्रदेश पर 420, 409, 467, 468, 472, धारा के तहत सिडकुल थाने में तीन करोड़ सात लाख के गबन का मुकदमा दर्ज किया गया है. इन सभी निजी शिक्षा संस्थानों पर एसआईटी जांच के बाद मुकदमा दर्ज हुआ है. उम्मीद है कि आने वाले दिनों के कई और बड़े संस्थानों और अधिकारियों भी गाज गिर सकती है.