रुड़की: मच्छी मोहल्ला स्थित जूनियर हाई स्कूल की पुरानी जर्जर इमारत तोड़ रहे तीन मजदूर दीवार ढहने से घायल हो गए. पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से कड़ी मशक्कत के बाद मजदूरों को मलबे से बाहर निकाला. जिसके बाद 108 से मजदूरों को रुड़की सिविल अस्पताल भेजा गया. जहां उनका उपचार चल रहा है.
बता दें कि रुड़की के मच्छी मोहल्ला में जूनियर हाई स्कूल की इमारत करीब 100 साल पुरानी हो चुकी थी. इमारत को 10 वर्ष पहले ही खाली कराया गया था. तभी से ये इमारत खाली पड़ी थी, वहीं इस इमारत को तोड़ने के लिए स्थानीय लोगों ने कई बार नगर निगम के अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों से शिकायत की थी, लेकिन नगर निगम के अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने कोई ध्यान नहीं दिया, जिसका खामियाजा आज तीन मजदूरों को भुगतना पड़ रहा है.
हादसे के बाद मुख्य नगर आयुक्त विजय नाथ शुक्ला ने घटनास्थल का जायजा लिया. जिसके उन्होंने घायल मजदूरों का हाल-चाल जानने के लिए अस्पताल पहुंचे. इस दौरान उन्होंने सिविल अस्पताल के सीएमएस डॉ संजय कंसल से घायल मजदूरों के बारे में जानकारी ली. उन्होंने बताया कि घायल मजदूर रुड़की के ही रहने वाले हैं. सभी मजदूर खतरे से बाहर हैं. इनका इलाज किया जा रहा है.
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मुख्य नगर आयुक्त ने कहा उनके पास कल ही बिल्डिंग जर्जर होने की सूचना मिली थी और आज उन्होंने नगर निगम के एक ठेकेदार को बिल्डिंग तोड़ने के लिए कहा था, जिसके बाद तीन मजदूर बिल्डिंग तोड़ने का काम कर रहे थे, जर्जर बिल्डिंग होने की वजह से हादसा हो गया. वहीं, हादसे के बाद जर्जर बिल्डिंग को जेसीबी की मदद से तोड़ा गया.
लोगों ने कहा कि जर्जर हो चुकी स्कूल बिल्डिंग को लेकर मेयर गौरव गोयल को भी अवगत कराया गया था, लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया. जिस जगह पर स्कूल था, वहां पर निगम के कुछ अधिकारी और जनप्रतिनिधि मार्केट मॉल बनाना चाहते हैं, लेकिन स्थानीय लोगों की मांग है कि यहां पर विद्यालय की जगह विद्यालय ही बने.
वहीं, इमारत की तोड़ने वाले ठेकेदार पर सवाल उठ रहे हैं कि मजदूरों को सुरक्षा किट क्यों नहीं पहनाई गई थी. अब देखने वाली बात होगी कि पुलिस ठेकेदार के खिलाफ क्या कार्रवाई करती है.