रुड़की: भगवानपुर थाने में हरिद्वार वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने दो अलग-अलग घटनाओं का खुलासा किया है. उन्होंने बताया कि कुछ दिन पहले भगवानपुर थाना क्षेत्र में हवाई फायरिंग करने वाले मुख्य आरोपी को गिरफ्तार किया गया है. इसके साथ ही कलियर थाना क्षेत्र में लूट की घटनाओं को अंजाम देने वाले दो आरोपियों को भी गिरफ्तार किया गया है. सभी आरोपियों को जेल भेजा जा रहा है. हवाई फायरिंग करने वाले आरोपी के कब्जे से एक तमंचा बरामद हुआ है, जबकि लूट के आरोपियों से कुछ नगदी और एक मोबाइल फोन बरामद हुआ है.
बता दें, भगवानपुर थाना पुलिस ने जहाजगढ़ में 21 मई को हवाई फायरिंग करने वाले मुख्य अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया है. दरअसल, थाना भगवानपुर में जहाजगढ़ निवासी सचिन कुमार ने चार युवकों पर तमंचा लहरा कर जान से मारने की नियत से फायर करने व जान से मारने की धमकी देने के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया था, जिसमें पुलिस द्वारा तीन आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था. वहीं, फरार चल रहे मुख्य आरोपी अक्षित पुत्र रविंदर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
हरिद्वार एसएसपी डी सेंथिल अबुदई कृष्णराज एस ने बताया कि हवाई फायरिंग करने वाले मुख्य आरोपी को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है, जिसके कब्जे से अवैध तमंचा बरामद किया गया है. अभियुक्त को न्यायालय के समक्ष पेश किया जा रहा है, साथ ही इनके अपराधिक इतिहास की समीक्षा करने के बाद इनके विरुद्ध गैंगेस्टर की कार्यवाही की जाएगी.
वहीं, दूसरे मामले में पिरान कलियर थाना पुलिस ने लूट के मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. दरअसल, बीती 28 मई को एक व्यक्ति ने थाना पिरान कलियर में सूचना दी थी कि दो अज्ञात व्यक्तियों द्वारा उनका पीछा कर उनसे 23 हजार 700 रुपये व एक मोबाइल फोन लूट कर फरार हो गए हैं. साथ ही एक अन्य व्यक्ति ने भी दो अज्ञात व्यक्तियों पर 3500 रुपये व मोबाइल फोन लूटने का आरोप लगाया था. जिसमें पिरान कलियर थाने में मुकदमा पंजीकृत कर जांच शुरू की गई थी.
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एसएसपी हरिद्वार के आदेशानुसार पुलिस की अलग-अलग टीमें बनाकर व सीसीटीवी फुटेज चेक कर मुखबिर को सक्रिय किया गया. मामले में पुलिस ने बाजुहेड़ी पुल से आगे नहर पटरी से 2 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है, जिनके पास से लूटे गए 6200 रुपये व एक मोबाइल बरामद कर लिए गए हैं. पूछताछ में आरोपियों ने बताया की लूटे गए 23,700 रुपये ना होकर 2200 रुपए थे. लूटे गए मोबाइल फोन को अभियुक्तों ने रेलवे स्टेशन पर एक अनजान व्यक्ति को बेच दिया है
एसएसपी ने बताया की दोनों आरोपी डासना जेल गाजियाबाद से पैरोल पर छूटे थे. इसके बाद ही यह लोग रेलवे स्टेशन व बस अड्डे पर घूमने लगे. साथ ही पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार की तरफ रहने वाले मजदूर किस्म के व्यक्तियों की तलाश करते हुए, उन्हें बातचीत में लगाकर उनसे सामान लूट लेते थे. अपनी पहचान छिपाने के लिए अपने कपड़े बदल लेते थे. इनमें से एक अभियुक्त सादिक 302 के मुकदमे में पहले भी जेल जा चुका है और वर्तमान में बेल पर बाहर था अब दोनों अभियुक्तों को जेल भेजा जा रहा है.