हरिद्वार: सिडकुल थाना क्षेत्र में चोरों के हौसले इस कदर बुलंद हैं कि अब एटीएम तोड़ने से भी गुरेज नहीं नहीं कर रहे हैं. सिडकुल थाना क्षेत्र के ग्राम आन्नेकी में एक बैंक के एटीएम में चोरों ने तोड़फोड़ करते हुए चोरी का प्रयास किया. लेकिन आरोपी सफल नहीं हो पाए. सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची पुलिस आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे खंगालने में जुट गई है. पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है. वहीं दूसरी ओर हरिद्वार ज्वालापुर के रहने वाले एक युवक को ठगों ने नौकरी का लालच देकर आठ लाख रुपए ठग लिए.
लोगों से पूछताछ कर रही पुलिस: सिडकुल थाना पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार ग्राम आन्नेकी हेत्तमपुर में इंडिया बैंक का एटीएम है. बीते दिन चोर एटीएम में घुस गए और मशीन के अगले वाले हिस्से को तोड़ते हुए चोरी का प्रयास किया. लेकिन आरोपी चोरी की वारदात को अंजाम देने में सफल नहीं हो पाए. पकड़े जाने के डर से वे भाग निकले. सूचना मिलने पर पुलिस टीम मौके पर पहुंची. आसपास के लोगों से घटना की जानकारी जुटाई.
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सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही पुलिस: लेकिन चोरों ने एटीएम में चोरी के प्रयास की वारदात को कब अंजाम दिया, इसका पता किसी को नहीं चला. इतना ही नहीं सुबह से लोग एटीएम यूज करते नजर आ रहे थे. लेकिन किसी ने इसकी जानकारी पुलिस या बैंक को नहीं दी. अब पुलिस बैंक कर्मियों की सहायता से सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालने में जुटी हुई है. थाना प्रभारी रमेश सिंह तनवार ने बताया कि घटना जांच की जा रही है. आरोपियों को जल्द चिन्हित कर गिरफ्तार कर लिया जाएगा. चोर एटीएम से पैसे निकालने में नाकाम साबित रहे.
नौकरी का लालच देकर ठगे आठ लाख रुपए: साइबर ठगों ने हरिद्वार ज्वालापुर के रहने वाले एक युवक को नौकरी का लालच देकर आठ लाख रुपए ठग लिए. पुलिस ने धोखाधड़ी सहित संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है. मामले की जांच शुरू कर दी गई है. साइबर क्राइम सेल ठगों के बारें में जानकारी जुटा रही है. कोतवाली ज्वालापुर पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, अंकित गुप्ता पुत्र स्व. विश्वनाथ गुप्ता निवासी चाकलान गुघाल रोड ज्वालापुर ने पुलिस को शिकायत देकर बताया कि बीती 13 जनवरी और फिर आठ फरवरी को व्हाट्सअप से मैसेज आया. मैसेज करने वाले शख्स ने नौकरी का ऑफर दिया. पहले उससे 1500 रुपये लिए और फिर अंकित के खाते में 2780 रुपये जमा कराकर विश्वास जीता.
आरोप है कि अलग-अलग खातों में पैसा जमा करने के लिए कहा गया. झांसा दिया कि उनके बताए गए कार्य करने के बाद वह खाते में 20 फीसदी कमीशन के हिसाब से पैसा भिजवाएंगे. ठगों के जाल में फंसकर अंकित ने अलग-अलग खातों में आठ लाख रुपये जमा करवा दिए. पैसा डालने के बाद जब उसने अपने पैसे वापस मांगे तो कोई जवाब नहीं आया. बाद में मालूम हुआ कि साइबर ठगों के जाल में फंसकर उसने अपनी रकम गंवा दी है. कोतवाली प्रभारी आरके सकलानी ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. मामले की जांच की जा रही है.