रुड़की: स्वच्छ भारत मिशन के लिए सरकार करोड़ों रुपए खर्च कर रही है, लेकिन इसकी जमीनी हकीकत कुछ और ही है. हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं कि क्योंकि मंगलौर नगर पालिका की तरफ से स्वच्छ भारत मिशन की योजनाओं की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. वहीं शहर के बीचों-बीच और शहर के बाहर दोनों जगहों पर कूड़े का अंबार लगा हुआ है. जिसके कारण लोगों का जीना दुश्वार हो गया है.
बता दें कि मंगलौर कस्बे के आबादी वाले क्षेत्र में कूड़े के ढेर ने लोगों का जीना दुश्वार कर दिया है. कई बार शिकायत करने के बाद भी कूड़ा निस्तारण नहीं किया जा रहा है. जिससे कई बड़ी बीमारियों के पनपने का खतरा बना रहता है. ग्रामीण कई बार नगर पालिका प्रशासन से लेकर उच्चधिकारियों तक से शिकायत कर चुके हैं, लेकिन अभी तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है.
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नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी के ऑफिस में स्वच्छ भारत मिशन का बड़ा बैनर लगा हुआ है, लेकिन धरातल की तस्वीरें नगर पालिका प्रशासन पर सवाल खड़े कर रही है. नगर पालिका मंगलौर कस्बे में स्वच्छता के लिए करोड़ों रुपए खर्च करने के बाद भी साफ सुथरा रखने में नाकाम साबित हो रही है.