ऋषिकेश: देशभर में जारी 21 दिन के लॉकडाउन के चलते अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़ रहा है. लॉकडाउन का असर देशभर में करीब 10 राज्यों को बिजली सप्लाई करने वाली टिहरी बांध परियोजना पर भी पड़ा है.
लॉकडाउन के चलते खपत कम होने से एशिया की सबसे बड़ी जल विद्युत परियोजना कही जाने वाली टिहरी बांध परियोजना में बिजली का उत्पादन घटाना पड़ रहा है. इससे कारपोरेशन को वित्तीय वर्ष 2020-21 में घाटा होने वाला है. वहीं, अधिकारी इस घाटे की भरपाई बांध में स्टोर पानी से पूरा करने की बात कह रहे हैं.
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लॉकडाउन के चलते सभी उद्योग-कारखाने बंद हैं. सभी मॉल और दुकानों पर ताला लटका हुआ है. ऐसे में बिजली की खपत कम हो गई है. यूपी, दिल्ली और मध्यप्रदेश समेत करीब 10 राज्यों को बिजली सप्लाई करने वाली टीएचडीसी को विद्युत उत्पादन डेढ़ मिलियन यूनिट घटाना पड़ा है.
बीते साल इन दिनों टिहरी और कोटेश्वर जल विद्युत परियोजना से सप्लाई के लिए करीब आठ मिलियन यूनिट बिजली उत्पादन होता था. बिजली की खपत कम होने से अब इसे घटाकर साढ़े छह मिलियन किया गया है. जिसके चलते सरकारी कंपनी टीएचडीसी को घाटा होने जा रहा है.
टीएचडीसी लिमिटेड के महाप्रबंधक शैलेंद्र सिंह ने बताया कि बिजली खपत कम होने की वजह से डिमांड कम हुई है. इसके चलते THDC की तरफ से एक ही यूनिट से बिजली उत्पादन किया जा रहा है. वहीं, पानी को बांध में स्टोर कर लिया गया है. आने वाले समय में बिजली का उत्पादन बढ़ाने की स्थिति में इसका इस्तेमाल किया जाएगा.