सोमेश्वर: जिलाधिकारी की अध्यक्षता में हुए तहसील दिवस कार्यक्रम को लेकर फरियादी नाराज हो गए. मात्र दो घंटे में ही कार्यक्रम को समाप्त कर अधिकारी जिला मुख्यालय वापस चले गए. इस पर गुस्साए फरियादियों और कांग्रेसियों ने तहसील के बाहर जमकर नारेबाजी की. वहीं, राशनकार्ड ऑनलाइन नहीं मिलने से परेशान एक दिव्यांग युवक ने अधिकारियों के सामने ही अनशन की चेतावनी दी.
अपर जिलाधिकारी बीएल फिरमाल ने तहसील दिवस पर जनता की 24 शिकायतों को सुना. विभागीय अधिकारियों को अतिशीघ्र जन समस्याओं के निस्तारण के निर्देश दिए. तहसील दिवस पर फरियादियों ने सड़क, बिजली, स्वास्थ्य, शिक्षा, राशनकार्ड और पानी की समस्याओं को उठाया. जबकि कांग्रेसी कार्यकर्ताओं और अनेक फरियादियों ने तहसील दिवस के मात्र दो घंटे की कार्रवाई को धोखा बताया.
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मात्र दो घंटे के तहसील दिवस कार्यक्रम के विरोध में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने अधिकारियों के वाहनों के आगे जमकर नारेबाजी की. प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि जिलाधिकारी के आने की सूचना पर दूरस्थ गांवों के फरियादी दोपहर एक बजे तक तहसील पहुंचे, लेकिन तब तक अधिकारी महज औपचारिकता निभाकर वापस जिला मुख्यालय चले गए. इस मौके पर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने महंगाई, बेरोजगारी, क्षेत्र में अवरुद्ध विकास कार्यों को पूरा करने और जंगली जानवरों से खेती को बचाने का ज्ञापन अपर जिलाधिकारी बीएल फिरमाल को सौंपा.