लक्सर: रायबहादुर नारायण सिंह शुगर मिल प्रबंधन ने बंदी का तीसरा और अंतिम नोटिस जारी कर दिया है. आज रात 12 बजे से इस साल का गन्ने का पेराई सत्र समाप्त हो जाएगा. इससे पहले गन्ना विकास समितियों को मिल प्रबंधन की ओर से दो नोटिस जारी कर सूचना दे दी गई थी. लेकिन अब अंतिम नोटिस जारी कर मिल बंदी की तिथि और समय भी बता दिया गया है.
शुगर मिल द्वारा चालू सत्र में अभी तक 163.97 लाख कुंतल गन्ने की पेराई की जा चुकी है, जो गत सत्र से 18.20 लाख कुंतल अधिक है. शुगर मिल को सहकारी गन्ना विकास समिति लक्सर के अलावा ज्वालापुर, इकबालपुर तथा लिब्बरहेडी गन्ना समितियों द्वारा गन्ने की आपूर्ति की जाती है. इन समितियों से गन्ना खरीदने के लिए मिल द्वारा 101 गन्ना तौल केंद्र बनाए गए हैं. गन्ना सीजन अंतिम दौर में चलने के कारण गन्ने की आवक कम हो जाने पर सभी तौल केंद्रों को बंद कर दिया गया है. केवल मिल गेट पर गन्ने की आपूर्ति की जा रही है. लक्सर शुगर मिल की पेराई क्षमता एक लाख कुंतल प्रतिदिन है. मिल गन्ना पेराई व भुगतान के मामले में राज्य में प्रथम स्थान पर है.
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शुगर मिल द्वारा अभी तक 163.97 लाख कुंतल गन्ने की पेराई की जा चुकी है. जबकि गत वर्ष 145.77 लाख कुंतल गन्ने की पेराई की गई थी. गत वर्ष की तुलना में चालू सत्र में अभी तक 18.20 लाख कुंतल गन्ने की अधिक पेराई की जा चुकी है. मिल द्वारा चालू सत्र में 15 अप्रैल तक का 444.31 करोड़ रुपए का गन्ना भुगतान किया जा चुका है. जनपद की इकबालपुर व लिब्बरहेडी शुगर मिल पहले ही बंद हो चुकी हैं. जबकि लक्सर शुगर मिल का पेराई सत्र अंतिम दौर में है. मिल के प्रधान प्रबंधक एसपी सिंह ने बताया कि गन्ना सीजन के अंतिम दौर में चलते मिल को जरूरत के हिसाब से पर्याप्त मात्रा में गन्ना नहीं मिल पा रहा है.
जिसके चलते मिल द्वारा सहकारी गन्ना समितियों को 19 मई तक गन्ना खरीदने का तीसरा और अंतिम नोटिस जारी कर दिया गया था. उन्होंने बताया कि जिन किसानों के पास गन्ना शेष है, वह सहकारी गन्ना विकास समिति से पर्चियां लेकर 19 मई की शाम यानी आज तक अपना गन्ना मिल में डाल सकते हैं.