हरिद्वारः लगभग 100 सालों से भी पुरानी हरिद्वार स्थित गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय में प्रदर्शन कर रहे छात्रों का प्रदर्शन अब उग्र हो गया है. दूसरी ओर विश्वविद्यालय प्रशासन ने भी सख्त रवैया अपनाते हुए कार्रवाई की है. विश्वविद्यालय प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए भारी संख्या में छात्र सड़कों पर उतर कर धरने पर बैठ गए. वहीं विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है छात्रों ने अपने प्रदर्शन के दौरान कुलपति से गाली-गलौज की है. जिसकी वजह से विश्वविद्यालय प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए अनुशासनात्मक कार्रवाई की है.
दरअसल बीते कुछ दिनों से गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के छात्र छात्रसंघ पदाधिकारियों के नेतृत्व में 75% उपस्थिति अनिवार्य के नए नियम को हटाने, विश्वविद्यालय परिसर में ऊंचा तिरंगा लगाने, लाइब्रेरी में पर्याप्त पुस्तकों की व्यवस्था करने, हॉस्टल की व्यवस्था दुरुस्त करने समेत 20 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदर्शन किया कर रहे हैं.
छात्रों के 20 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदर्शन के दौरान आरोप है कि कुछ छात्रों ने कुलपति प्रोफेसर विनोद कुमार शर्मा के साथ गाली-गलौच की, जिसपर विश्वविद्यालय प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई करते हुए छात्र संघ कार्यकारिणी को भंग कर दिया है.
इस कार्रवाई के बाद छात्र संघ ने विश्वविद्यालय परिसर में धरना शुरू कर दिया है. धरने में एक जुट भारी संख्या में विद्यार्थियों को देखते हुए विश्वविद्यालय में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है. धरने के दौरान छात्र संघ अध्यक्ष राहुल शर्मा का कहना है कि छात्रों की मांगों पर विश्वविद्यालय प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा है. विश्वविद्यालय में कई तरह की खामियां हैं, जिस पर आवाज उठाई तो विश्वविद्यालय प्रशासन ने गलत कार्रवाई करते हुए छात्र संघ कार्यकारिणी को भंग कर दिया, जो कि पूरी तरह से गलत है.
वहीं कुलपति प्रो. विनोद कुमार शर्मा ने इन सभी आरोपों को सिरे से नकारा है और छात्रों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की बात कही है. उन्होंने कहा कि लाइब्रेरी में पर्याप्त किताबें हैं. जिन छात्रों की 75 प्रतिशत से कम उपस्थिति है, उन्हें परीक्षा में शामिल होने से रोका गया है. उन्होंने कहा कि इस संबंध में नियमानुसार कार्रवाई की गई है.