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पूर्व DM दीपक रावत को मिस कर रहे बच्चे, कहा- 'मामा' रखते हैं उनका ख्याल

पूर्व जिलाधिकारी दीपक रावत के जिलाधिकारी पद से हटने के बाद हरिद्वार के विभिन्न स्कूली बच्चों का कहना है कि वे बच्चों की सुरक्षा का ख्याल रखते थे. मौसम खराब होने पर तत्काल छुट्टी घोषित करते थे.

ias deepak rawat
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Published : Jul 12, 2019, 8:21 AM IST

Updated : Jul 12, 2019, 8:52 AM IST

हरिद्वारः पूर्व जिलाधिकारी दीपक रावत के जिलाधिकारी पद से हटने के बाद सबसे ज्यादा मायूसी स्कूली छात्र-छात्राओं में है. जिले के विभिन्न स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं का कहना है कि डीएम दीपक रावत बच्चों की सुरक्षा का ख्याल रखते थे. साथ ही कहा कि मौसम खराब होने पर वे तत्काल छुट्टी घोषित कर देते थे. वहीं, कुंभ मेला अधिकारी का पदभार संभाल रहे दीपक रावत ने कहा कि खराब मौसम के दौरान घर में बच्चे ज्यादा सुरक्षित रहते हैं.

पूर्व DM दीपक रावत को 'मिस' कर रहे स्कूली बच्चे.

बता दें कि हरिद्वार में मौसम खराब होने पर बच्चों को कोई परेशानी ना हो इसके लिए पूर्व जिलाधिकारी दीपक रावत स्कूलों की तत्काल छुट्टी की घोषणा कर देते थे. इसी वजह से वो बच्चों के सबसे चहेते जिलाधिकारी बन गए थे. इतना ही नहीं बच्चे उन्हें मामा कहकर पुकारने लगे थे. जिलाधिकारी के बदलने से सबसे ज्यादा मायूस बच्चे हैं. बच्चों का कहना है कि पूर्व जिलाधिकारी दीपक रावत के मौसम खराब होने के दौरान पहले से ही स्कूल की छुट्टी कर देते थे. ऐसे में उन्हें मौसम खराब होने पर कोई डर नहीं सताता था. साथ ही कहा कि नए जिलाधिकारी को भी उनकी तरह मौसम को लेकर जानकारी देनी चाहिए.

ये भी पढ़ेंः दिव्यांग सीटिंग वॉलीबॉल खिलाड़ी शबाना ने जीता गोल्ड मेडल, हुईं सम्मानित

वहीं, पूर्व जिलाधिकारी और मेला अधिकारी दीपक रावत का कहना है कि वो मौसम को देखकर स्कूलों की छुट्टी की घोषणा करते थे. जब भी मौसम विभाग के द्वारा अलर्ट जारी होने पर छुट्टी करनी पड़ती है. ऐसे मौसम में घर पर रहने से बच्चे ज्यादा सुरक्षित रहते हैं. साथ ही कहा कि मौसम विभाग के चेतावनी जारी होने पर नए जिलाधिकारी को भी छुट्टी घोषणा करना चाहिए. दीपक रावत ने बताया कि अब वो मेला अधिकारी है. कुंभ मेले में भी स्कूली बच्चों को शामिल करने की कोशिश करेंगे. जिससे बच्चों को कुंभ के बारे में जानकारी मिल सके. साथ ही कहा कि बच्चे काफी रचनात्मक होते हैं, ऐसे में वो बच्चों के लिए कई गतिविधियां कुंभ मेले में लगातार जारी रखेंगे.

हरिद्वारः पूर्व जिलाधिकारी दीपक रावत के जिलाधिकारी पद से हटने के बाद सबसे ज्यादा मायूसी स्कूली छात्र-छात्राओं में है. जिले के विभिन्न स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं का कहना है कि डीएम दीपक रावत बच्चों की सुरक्षा का ख्याल रखते थे. साथ ही कहा कि मौसम खराब होने पर वे तत्काल छुट्टी घोषित कर देते थे. वहीं, कुंभ मेला अधिकारी का पदभार संभाल रहे दीपक रावत ने कहा कि खराब मौसम के दौरान घर में बच्चे ज्यादा सुरक्षित रहते हैं.

पूर्व DM दीपक रावत को 'मिस' कर रहे स्कूली बच्चे.

बता दें कि हरिद्वार में मौसम खराब होने पर बच्चों को कोई परेशानी ना हो इसके लिए पूर्व जिलाधिकारी दीपक रावत स्कूलों की तत्काल छुट्टी की घोषणा कर देते थे. इसी वजह से वो बच्चों के सबसे चहेते जिलाधिकारी बन गए थे. इतना ही नहीं बच्चे उन्हें मामा कहकर पुकारने लगे थे. जिलाधिकारी के बदलने से सबसे ज्यादा मायूस बच्चे हैं. बच्चों का कहना है कि पूर्व जिलाधिकारी दीपक रावत के मौसम खराब होने के दौरान पहले से ही स्कूल की छुट्टी कर देते थे. ऐसे में उन्हें मौसम खराब होने पर कोई डर नहीं सताता था. साथ ही कहा कि नए जिलाधिकारी को भी उनकी तरह मौसम को लेकर जानकारी देनी चाहिए.

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वहीं, पूर्व जिलाधिकारी और मेला अधिकारी दीपक रावत का कहना है कि वो मौसम को देखकर स्कूलों की छुट्टी की घोषणा करते थे. जब भी मौसम विभाग के द्वारा अलर्ट जारी होने पर छुट्टी करनी पड़ती है. ऐसे मौसम में घर पर रहने से बच्चे ज्यादा सुरक्षित रहते हैं. साथ ही कहा कि मौसम विभाग के चेतावनी जारी होने पर नए जिलाधिकारी को भी छुट्टी घोषणा करना चाहिए. दीपक रावत ने बताया कि अब वो मेला अधिकारी है. कुंभ मेले में भी स्कूली बच्चों को शामिल करने की कोशिश करेंगे. जिससे बच्चों को कुंभ के बारे में जानकारी मिल सके. साथ ही कहा कि बच्चे काफी रचनात्मक होते हैं, ऐसे में वो बच्चों के लिए कई गतिविधियां कुंभ मेले में लगातार जारी रखेंगे.

Intro:हरिद्वार के पूर्व जिलाधिकारी और वर्तमान में हरिद्वार कुंभ मेला अधिकारी का पदभार संभाल रहे दीपक रावत के जिलाधिकारी पद से हटने का सबसे ज्यादा दुख यदि किसी को है तो वह है हरिद्वार के विभिन्न स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र छात्राएं यह हम इसलिए कह रहे हैं क्योकि हल्की सी बारिश या मौसम गर्म होने पर बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए दीपक रावत तत्काल स्कूल की छुट्टी घोषित कर देते थे लेकिन अब ऐसा देखने को नहीं मिल रहा है स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे इस बात से काफी मायूस नजर आ रहे मगर जिलाधिकारी से मेला अधिकारी बने दीपक रावत इन बच्चों को मायूस होने नहीं देना चाहते है और इस बार हरिद्वार में लगने वाले महाकुंभ में विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से बच्चों को इसमें जोड़ने जा रहे हैं और इसके लिए उन्होंने रूपरेखा भी तैयार कर ली देखे हरिद्वार से एटीवी भारत की खास रिपोट

पीटीसी-------------------------------------------


Body:हरिद्वार में चिलचिलाती धूप हो या फिर आसमान से बरसता पानी इसका सबसे ज्यादा खामियाजा स्कूल जाने वाले बच्चे ही उठाते हैं बच्चों को कोई परेशानी ना हो इसके लिए पूर्व जिलाधिकारी दीपक रावत स्कूलों की तत्काल छुट्टी की घोषणा कर दिया करते थे यही कारण है कि वह बच्चों के सबसे चहेते जिलाधिकारी बन गए थे यहां तक कि बच्चे उन्हें मामा कहकर पुकारने लग गए थे जिलाधिकारी के बदलने से सबसे ज्यादा परेशान अब यही बच्चे हैं इन बच्चों का कहना है कि पूर्व जिलाधिकारी दीपक रावत के समय में मौसम खराब होता था तो वह स्कूल की छुट्टी कर देते थे और इसलिए वह हमें बहुत अच्छे लगते थे मगर जब से नए जिलाधिकारी आए हैं वो ऐसा नहीं कर रहे नए जिलाधिकारी को भी ऐसा करना चाहिए बच्चों का यह भी कहना है कि पूर्व जिलाधिकारी दीपक रावत हमारे फेवरेट जिलाधिकारी थे हम उनको दीपक मामा कहकर बुलाते थे

बाइट-- स्कूली बच्चे

बच्चों के मायूस होने के बाद हरिद्वार के पूर्व जिलाधिकारी और वर्तमान में मेला अधिकारी दीपक रावत का कहना है कि वह मौसम को देखकर स्कूलों की छुट्टी किया करते थे और वह भी तब जब मौसम विभाग द्वारा बड़ा अलर्ट जारी हुआ करता था यह इसलिए था क्योंकि बच्चे ऐसे मौसम में घर में सबसे ज्यादा सुरक्षित रहते हैं अभी भी हमारा मौसम विभाग समय-समय पर चेतावनी जारी करता है इसको लेकर मैं समझता हूं जो हमारे नए जिलाधिकारी आए हैं वह भी बच्चों की छुट्टी घोषित करेंगे ऐसा नहीं है कि मैं ही छुट्टी देता था वही छुट्टी ना मिलने से बच्चों के मायूस होने पर दीपक रावत का कहना है की अब वो मेला अधिकारी है और इस दुनिया का जो सबसे बड़ा आयोजन होता है उसमें में स्कूली बच्चों को जरूर शामिल करूंगा बच्चों को पता चलना चाहिए कि कुंभ आखिर होता क्या है और इस कुंभ में मैं चाहूंगा कि बच्चों का हर तरीके से प्रतिभाग हो क्योकि बच्चे काफी रचनात्मक होते हैं चाहे वह डांस में हो या पेंटिंग में हो हम बच्चों के लिए यह सारी गतिविधियां कुंभ मेले में लगातार जारी रखेंगे

बाइट--दीपक रावत--पूर्व जिलाधिकारी/मेला अधिकारी


Conclusion:पूर्व जिलाधिकारी दीपक रावत बच्चों की मायूसी को दूर करने के लिए अब महाकुंभ में उनकी भागीदारी की रूपरेखा तैयार कर रहे हैं जिस तरह से पूर्व जिलाधिकारी बनकर दीपक रावत ने अपने विभिन्न कार्यों से ना केवल शहर की जनता बल्कि विशेष तौर पर बच्चों के दिलों में जगह बनाई है और उनके मामा बन गए हैं उससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि आने वाले महाकुंभ 2021 में भी वे हरिद्वार की जनता और यहां के बच्चों को साथ में जोड़ कर उनको कुंभ से रूबरू करागे

फाइनल पीटीसी--------------------------------------------
Last Updated : Jul 12, 2019, 8:52 AM IST
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