हरिद्वार: आज के प्रतिस्पर्धा वाले युग में बड़ों से लेकर छोटे बच्चे तक दबाव में जी रहे है. जिसकी वजह से काम और पढ़ाई सहित अन्य चीजों को लेकर लोग डिप्रेशन का शिकार हो रहे हैं. कुछ ऐसा ही मामला हरिद्वार के रानीपुर कोतवाली क्षेत्र से आया है. जहां 5वीं कक्षा के छात्र ने परीक्षा के दबाव में आकर मौत को गले लगा लिया.
आजकल सिर्फ बड़े ही नहीं, अब बच्चे भी डिप्रेशन का शिकार हो रहे हैं. पढ़ाई को लेकर पेरेंट्स और स्कूल के प्रेशर की वजह से कई छात्र अवसाद का शिकार हो रहे हैं. एक ऐसा ही मामला कोतवाली रानीपुर क्षेत्र के एक गांव से आया है. जहां पांचवी कक्षा के छात्र ने परीक्षा के दबाव के चलते आत्महत्या कर ली. परिजन छात्र को अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन छात्र की पहले ही मौत हो चुकी थी. पुलिस ने शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए जिला चिकित्सालय भेज दिया है.
कोतवाली रानीपुर पुलिस से मिली जानकारी अनुसार ग्राम दादपुर गोविंदपुर निवासी दिलशाद के 13 वर्षीय बेटे ने घर में आत्महत्या कर ली. बेटे को संदिग्ध हालत में देखकर परिजन उसे तत्काल भूमानंद अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी. चिकित्सकों ने पांचवी कक्षा में पढ़ने वाले छात्र को मृत घोषित कर दिया.
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पुलिस की पूछताछ में पता चला कि हाल में ही बच्चे की परीक्षाएं शुरू हुई थी. परीक्षा को लेकर बच्चा काफी तनाव में चल रहा था. शायद इसी कारण से उसने मौत को गले लगा लिया. कोतवाली रानीपुर इंचार्ज नरेंद्र सिंह बिष्ट ने बताया बच्चे के शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला चिकित्सालय भेज दिया गया है. प्रथम दृष्टया परीक्षा के दबाव के चलते ही बच्चे की आत्महत्या का मामला प्रतीत हो रहा है.