हरिद्वार: धर्मनगरी हरिद्वार स्थित हरकी पैड़ी को आस्था का केंद्र माना जाता है. जहां साल भर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है. लेकिन बात अगर यहां की व्यवस्थाओं की जाएं तो यहां के हालात खराब दिखाई देते हैं. जहां आवारा पशु और भिखारियों का जमघट लगा रहता है. वहीं ये श्रद्धालुओं पर भी हमला कर देते हैं.
गौर हो कि धर्मनगरी हरिद्वार हिन्दू धर्म के लोगों की आस्था का केन्द्र है. प्रत्येक 12 वर्ष में यहां कुम्भ और हर 6 वर्ष बाद यहां अर्धकुम्भ का आयोजन किया जाता है. इसके अलावा यहां रोजाना देश-विदेश से हजारों श्रद्धालु पूजा-अर्चना के लिए पहुंचते हैं. पर्व के दौरान हरिद्वार में श्रद्धालुओं की संख्या खासी बढ़ जाती है. लेकिन अव्यवस्थाएं के कारण श्रद्धालुओं को हमेशा परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
पढ़ें-बर्फबारी के बाद औली में बढ़ी रौनक, दुनियाभर से पहुंच रहे स्कीइंग के दीवाने
स्थानीय लोगों का कहना है कि इसकी सूचना कई बार प्रशासन को दी जा चुकी है, लेकिन कोई भी अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है, जिससे समस्या जस की तस बनी हुई है. वहीं नगर निगम के मुख्य नगर आयुक्त का कहना है कि समय- समय पर आवारा पशुओं को पकड़कर कांजी हाउस भेजा जाता है, लेकिन आवारा पशुओं की संख्या अधिक होने के कारण ये सड़कों पर घूमते दिखाई देते हैं.