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फर्जी चाइनीज एप '99 लॉटरी' का खुलासा, 5 दिन में ट्रांसफर हुए 1 करोड़ रुपए - लॉटरी के नाम पर फर्जीवाड़ा

लॉटरी के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले एक और चाइनीज एप का पता चला है. इस संबंध में उत्तराखंड एसटीएफ और साइबर क्राइम पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. दरअसल हरिद्वार के ट्रैवल एजेंट के खाते में पांच दिन में ही 1 करोड़ रुपए ट्रांसफर हुए हैं.

uttarakhand cyber crime news
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Published : Jul 10, 2021, 1:11 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड एसटीएफ और साइबर क्राइम पुलिस को एक और चाइनीज एप की जानकारी मिली है, जो लोगों से करोड़ों की धोखाधड़ी करता है. इस चाइनीज एप का नाम '99 लॉटरी' है. चाइनीज एप के जरिए धोधाधड़ी का खुलासा हरिद्वार निवासी ऋषभ सक्सेना की शिकायत के बाद हुआ है.

दरअसल, हरिद्वार निवासी ऋषभ सक्सेना एक ट्रैवेल एजेंसी चलाते हैं. उन्होंने साइबर क्राइम पुलिस को बताया कि उनके एक खाते में पिछले 4-5 दिन में करीब एक करोड़ रुपये ट्रांसफर हुए हैं. उन्होंने बताया कि '99 लाटरी' एप को विभिन्न सोशल मीडिया पर प्रचार किया जाता है. इस फर्जी एप में उनके बैंक अकाउंट का प्रयोग हुआ, जो ट्रैवल एजेंसी चलाते हैं.

ऋषभ सक्सेना के अकाउंट में देश-विदेश से टूरिस्ट का बुकिंग का पैसा आता है. इसी अकाउंट को साइबर अपराधियों ने अपना अड्डा बना कर फर्जी एप लॉटरी का पैसा ट्रांसफर कराया. ऐसे में जब STF द्वारा उसके अकाउंट की जानकारी खंगाली गई तो पता चला कि संदिग्ध एप के माध्यम से 4 से 5 दिन में ही 1 करोड़ रुपये की धनराशि जमा हुई है.

उत्तराखंड एसटीएफ और साइबर क्राइम पुलिस ने ऋषभ सक्सेना के खाते को तुरंत फ्रीज करा दिया है. उधर, अकाउंट फ्रीज की जानकारी मिलते ही साइबर अपराधियों ने इस अकाउंट को एप से हटाते हुए दूसरे बैंक खातों से जोड़ दिया है. ऐसे में एसटीएफ को उस अकाउंट के जरिये देशभर से फ्रॉड का पैसा ट्रांसफर होने की संभावना है. ऐसे में अन्य खातों की जानकारी एकत्र कर उन्हें फ्रीज करने की तैयारी है.

वहीं, जांच में आगे पता चला कि इस फर्जी लॉटरी एप के बैंक खाते अलग-अलग बैंकों में खोले गए हैं, जिनका इस्तेमाल ऑनलाइन रुपए जमा करने और निकालने के लिए होता है. एसटीएफ व साइबर क्राइम पुलिस ने इस फर्जी लॉटरी एप के माध्यम से पिछले 4 से 5 दिनों में देशभर से बैंक खाते में जमा होने वाले 1 करोड़ से अधिक की धनराशि को फिलहाल फ्रीज करा दिया है.

पढ़ें- सर्राफा व्यापारी लूट मामला: DGP बोले- धैर्य रखें जल्द करेंगे खुलासा, केस वर्कआउट में जुटी 10 टीमें

उत्तराखंड STF के मुताबिक इस '99 लॉटरी एप' की जांच में पता चला है कि इसको संचालित करने में कई बैंकों के खातों का उपयोग कर नकली ई-कॉमर्स एप/वेबसाइट के इस्तेमाल से पैसे निकाले जाते हैं. ऐसे में जब सभी वॉलेट ई-कॉमर्स एप से पत्राचार किया गया, तो पता चला कि संबंधित लॉटरी की धनराशि जालंधर और कुछ अन्य स्थानों के ई-वॉलेट में ट्रांसफर की गई है.

वहीं, इस फर्जी लॉटरी मामले में चौंकाने वाला तथ्य यह भी सामने आया कि जो धनराशि लॉटरी के नाम लोगों के अकाउंट से निकल रही है, वह मोबाइल नंबर चीन से संचालित हो रहा है. ऐसे में कई सबूतों के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और इस जानकारी को देश के कई राज्यों की साइबर क्राइम और एसटीएफ के साथ साझा किया जा रहा है.

STF के मुताबिक फ़र्जी '99 लॉटरी एप' की धोखाधड़ी मामले में दर्ज मुकदमे की जांच में यह भी जानकारी सामने आयी है कि कुछ संदिग्ध बैंक खाते ऐसे हैं, जिनकी कुछ धनराशि Yes Bank Pooled के बैंक के खाते में भेजे जा रही है. इतना ही नहीं इस फर्जी लॉटरी गिरोह द्वारा इसके अतिरिक्त कुछ और फर्जी संदिग्ध एप भी संचालित हो रहे हैं, जिनके नाम Top cheat Hxpay, Godpay, Gold master, Gudsuapay, Easy pay, Immall2 हैं. इन सब संदिग्ध एप के संबंध में सबूत इकट्ठे किए जा रहे हैं.

देहरादून: उत्तराखंड एसटीएफ और साइबर क्राइम पुलिस को एक और चाइनीज एप की जानकारी मिली है, जो लोगों से करोड़ों की धोखाधड़ी करता है. इस चाइनीज एप का नाम '99 लॉटरी' है. चाइनीज एप के जरिए धोधाधड़ी का खुलासा हरिद्वार निवासी ऋषभ सक्सेना की शिकायत के बाद हुआ है.

दरअसल, हरिद्वार निवासी ऋषभ सक्सेना एक ट्रैवेल एजेंसी चलाते हैं. उन्होंने साइबर क्राइम पुलिस को बताया कि उनके एक खाते में पिछले 4-5 दिन में करीब एक करोड़ रुपये ट्रांसफर हुए हैं. उन्होंने बताया कि '99 लाटरी' एप को विभिन्न सोशल मीडिया पर प्रचार किया जाता है. इस फर्जी एप में उनके बैंक अकाउंट का प्रयोग हुआ, जो ट्रैवल एजेंसी चलाते हैं.

ऋषभ सक्सेना के अकाउंट में देश-विदेश से टूरिस्ट का बुकिंग का पैसा आता है. इसी अकाउंट को साइबर अपराधियों ने अपना अड्डा बना कर फर्जी एप लॉटरी का पैसा ट्रांसफर कराया. ऐसे में जब STF द्वारा उसके अकाउंट की जानकारी खंगाली गई तो पता चला कि संदिग्ध एप के माध्यम से 4 से 5 दिन में ही 1 करोड़ रुपये की धनराशि जमा हुई है.

उत्तराखंड एसटीएफ और साइबर क्राइम पुलिस ने ऋषभ सक्सेना के खाते को तुरंत फ्रीज करा दिया है. उधर, अकाउंट फ्रीज की जानकारी मिलते ही साइबर अपराधियों ने इस अकाउंट को एप से हटाते हुए दूसरे बैंक खातों से जोड़ दिया है. ऐसे में एसटीएफ को उस अकाउंट के जरिये देशभर से फ्रॉड का पैसा ट्रांसफर होने की संभावना है. ऐसे में अन्य खातों की जानकारी एकत्र कर उन्हें फ्रीज करने की तैयारी है.

वहीं, जांच में आगे पता चला कि इस फर्जी लॉटरी एप के बैंक खाते अलग-अलग बैंकों में खोले गए हैं, जिनका इस्तेमाल ऑनलाइन रुपए जमा करने और निकालने के लिए होता है. एसटीएफ व साइबर क्राइम पुलिस ने इस फर्जी लॉटरी एप के माध्यम से पिछले 4 से 5 दिनों में देशभर से बैंक खाते में जमा होने वाले 1 करोड़ से अधिक की धनराशि को फिलहाल फ्रीज करा दिया है.

पढ़ें- सर्राफा व्यापारी लूट मामला: DGP बोले- धैर्य रखें जल्द करेंगे खुलासा, केस वर्कआउट में जुटी 10 टीमें

उत्तराखंड STF के मुताबिक इस '99 लॉटरी एप' की जांच में पता चला है कि इसको संचालित करने में कई बैंकों के खातों का उपयोग कर नकली ई-कॉमर्स एप/वेबसाइट के इस्तेमाल से पैसे निकाले जाते हैं. ऐसे में जब सभी वॉलेट ई-कॉमर्स एप से पत्राचार किया गया, तो पता चला कि संबंधित लॉटरी की धनराशि जालंधर और कुछ अन्य स्थानों के ई-वॉलेट में ट्रांसफर की गई है.

वहीं, इस फर्जी लॉटरी मामले में चौंकाने वाला तथ्य यह भी सामने आया कि जो धनराशि लॉटरी के नाम लोगों के अकाउंट से निकल रही है, वह मोबाइल नंबर चीन से संचालित हो रहा है. ऐसे में कई सबूतों के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और इस जानकारी को देश के कई राज्यों की साइबर क्राइम और एसटीएफ के साथ साझा किया जा रहा है.

STF के मुताबिक फ़र्जी '99 लॉटरी एप' की धोखाधड़ी मामले में दर्ज मुकदमे की जांच में यह भी जानकारी सामने आयी है कि कुछ संदिग्ध बैंक खाते ऐसे हैं, जिनकी कुछ धनराशि Yes Bank Pooled के बैंक के खाते में भेजे जा रही है. इतना ही नहीं इस फर्जी लॉटरी गिरोह द्वारा इसके अतिरिक्त कुछ और फर्जी संदिग्ध एप भी संचालित हो रहे हैं, जिनके नाम Top cheat Hxpay, Godpay, Gold master, Gudsuapay, Easy pay, Immall2 हैं. इन सब संदिग्ध एप के संबंध में सबूत इकट्ठे किए जा रहे हैं.

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