लक्सर: साधन सहकारी समिति गोवर्धनपुर में नियमों को ताक पर रखकर 8 संविदा कर्मचारियों की नियुक्ति कर दी गई. इसमें समिति के प्रबंध निदेशक के पुत्र का नाम भी शामिल है. वहीं, शिकायत पर सहकारिता मंत्री धन सिंह रावत ने एसएसपी हरिद्वार को एसआईटी गठन कर जांच के आदेश दिए हैं. वहीं, मामला संज्ञान में आने पर जिला सहायक निबंधक ने नियुक्तियों को निरस्त कर दिया है. साथ ही विभागीय जांच के आदेश दिए हैं.
मथाना गांव निवासी महेंद्र सिंह ने सहकारिता मंत्री धन सिंह रावत से मामले में शिकायत की थी. शिकायत में उन्होंने बताया कि साधन सहकारी समिति गोवर्धनपुर में पांच कर्मचारी पहले से कार्यरत हैं. इसके बाद भी तमाम नियमों को ताक पर रखकर समिति में 8 और कर्मचारियों की नियुक्ति की गई. इसके लिए न किसी अखबार में विज्ञप्ति प्रकाशित की गई, न ही आरक्षण और अन्य नियमों का पालन किया गया.
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महेंद्र सिंह ने आरोप लगाया कि नियुक्तियों में लाखों रुपये का लेनदेन हुआ है. इतना ही नहीं समिति के प्रबंध निदेशक के बेटे की भी नियुक्ति की गई है. संविदा पर रखे गए कर्मचारियों को प्रस्ताव में 8 हजार रुपये प्रतिमाह वेतन देने की बात कही गई, लेकिन इससे अधिक वेतन का भुगतान किए जाने का शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है.
मामले में शिकायतकर्ता ने नियुक्तियों की जांच कर कार्रवाई करने की मांग की है. शिकायतकर्ता ने बताया कि प्रकरण की निष्पक्ष जांच होने के बाद अनियमितताओं का खुलासा होगा. वहीं, शिकायत को गंभीरता से लेते हुए सहकारिता मंत्री डाॅ. धन सिंह रावत ने हरिद्वार के एसएसपी को एसआईटी का गठन कर प्रकरण की जांच कराने के आदेश दिए हैं.
वहीं, नियुक्ति में गड़बड़ी का मामला शासन में पहुंचने के बाद विभाग हरकत में आया है. जिला सहायक निबंधक मान सिंह सैनी ने सभी नियुक्तियों को निरस्त करते हुए विभागीय जांच के आदेश दिए हैं. वहीं, जिला सहायक निबंधक ने बताया कि मामले की जांच कराकर विभागीय कार्रवाई की जाएगी.