ETV Bharat / state

महाकुंभ 2021 में शंखनाद से बनेगा वर्ल्ड रिकॉर्ड, एक साथ गूंजेंगे 1001 शंख - गिनीज बुक वर्ल्ड रिकॉर्ड शंखनाद

विश्व प्रसिद्ध महाकुंभ मेला 2021 का आगाज 1001 शंखों के नाद से होगा. जिसे मेला प्रशासन एक वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की कोशिश में जुटा है.

haridwar news
महाकुंभ मेले में शंखनाद
author img

By

Published : Feb 12, 2020, 6:04 PM IST

हरिद्वारः आगामी 2021 में होने वाले महाकुंभ के आगाज को लेकर मेला प्रशासन एक नई और अनूठी पहल शुरू करने जा रहा है. इस बार महाकुंभ का आगाज हरिद्वार के हरकी पैड़ी से 1001 शंखों के नाद के साथ होगा. जिसे लेकर अभी से तैयारियां की जा रही हैं. वहीं, इस शंखनाद को मेला प्रशासन गिनीज बुक में भी दर्ज कराने की कोशिश करेगा.

बता दें कि बीते दिनों राजधानी देहरादून में सीएम त्रिवेंद्र की अध्यक्षता में हुई कुंभ मेले की उच्च स्तरीय बैठक में इस नई कवायद पर मुहर भी लग गई है. इस बार विश्व प्रसिद्ध कुंभ मेले का आगाज 1001 शंखों के नाद से होगा. जिसे मेला प्रशासन इसे एक रिकॉर्ड बनाएगा. बताया जा रहा है कि अभी तक एक साथ केवल 303 शंखों का नाद ही गिनीज बुक में दर्ज है.

महाकुंभ मेले में शंखनाद से बनेगा वर्ल्ड रिकॉर्ड.

ये भी पढ़ेंः विकासनगर: गोमूत्र अर्क की बढ़ी मांग, मालामाल हो रहा पशु प्रजनन केंद्र कालसी

मेला प्रशासन की मानें तो अगले साल बकायदा मकर संक्रांति के दिन इसका आयोजन किया जाएगा. जिसके लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं. उधर, विशेषज्ञों के मुताबिक, शंख ना केवल समृद्धि का सूचक है, बल्कि शंख नाद से तमाम नकारात्मक उर्जा भी दूर होती है. साथ ही शारीरिक व्याधि भी कम होती है.

हरिद्वारः आगामी 2021 में होने वाले महाकुंभ के आगाज को लेकर मेला प्रशासन एक नई और अनूठी पहल शुरू करने जा रहा है. इस बार महाकुंभ का आगाज हरिद्वार के हरकी पैड़ी से 1001 शंखों के नाद के साथ होगा. जिसे लेकर अभी से तैयारियां की जा रही हैं. वहीं, इस शंखनाद को मेला प्रशासन गिनीज बुक में भी दर्ज कराने की कोशिश करेगा.

बता दें कि बीते दिनों राजधानी देहरादून में सीएम त्रिवेंद्र की अध्यक्षता में हुई कुंभ मेले की उच्च स्तरीय बैठक में इस नई कवायद पर मुहर भी लग गई है. इस बार विश्व प्रसिद्ध कुंभ मेले का आगाज 1001 शंखों के नाद से होगा. जिसे मेला प्रशासन इसे एक रिकॉर्ड बनाएगा. बताया जा रहा है कि अभी तक एक साथ केवल 303 शंखों का नाद ही गिनीज बुक में दर्ज है.

महाकुंभ मेले में शंखनाद से बनेगा वर्ल्ड रिकॉर्ड.

ये भी पढ़ेंः विकासनगर: गोमूत्र अर्क की बढ़ी मांग, मालामाल हो रहा पशु प्रजनन केंद्र कालसी

मेला प्रशासन की मानें तो अगले साल बकायदा मकर संक्रांति के दिन इसका आयोजन किया जाएगा. जिसके लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं. उधर, विशेषज्ञों के मुताबिक, शंख ना केवल समृद्धि का सूचक है, बल्कि शंख नाद से तमाम नकारात्मक उर्जा भी दूर होती है. साथ ही शारीरिक व्याधि भी कम होती है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.