हरिद्वारः शांभवी पीठाधीश्वर स्वामी आनंद स्वरूप (Shambhavi Peethadheeshwar Swami Anand Swarup) ने भारत के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना को पत्र लिखा है. उन्होंने पत्र के जरिए कहा कि गैर हिंदूओं का पक्ष रखने के लिए राष्ट्र के प्रभावशाली अधिवक्ता अनुचित बातें कर हिंदू धर्म संसद हिंदू पंचायतों को बदनाम करने की साजिश (Conspiracy to defame dharm sansad Hindu Panchayats) रच रहे हैं.
शांभवी पीठाधीश्वर एवं काली सेना के संस्थापक स्वामी आनंद स्वरूप ने कहा कि हिंदू संत अपनी संस्कृति एवं परंपरा की रक्षा के लिए प्राचीन काल से धर्म संसद, हिंदू पंचायत इत्यादि का आयोजन करते रहे हैं. मगर वर्तमान समय में संवैधानिक राष्ट्र में हिंदू संरक्षण की चर्चा करना या धर्म के प्रति विचार रखना हेट स्पीच की श्रेणी में ला दिया गया है.
उन्होंने कहा कि हाल ही में उत्तराखंड के हरिद्वार जिले के डाडा जलालपुर गांव में हनुमान जंयती पर निकाली गई शोभायात्रा पर गैर हिंदूओं द्वारा हमला किया गया साथ ही हमला करने के लिए उकसाया गया. 28 अप्रैल को हिंदू पंचायत डाडा जलालपुर में रखी गई, लेकिन सर्वोच्च न्यायालय के संज्ञान लेने के पश्चात हरिद्वार प्रशासन ने उपरोक्त पंचायत पर रोक लगा दी. प्रशासन ने 4 संतों को गिरफ्तार कर श्यामपुर थाने में ले जाकर बंद कर दिया. उन्होंने कहा कि यह गैर कानूनी गिरफ्तारी मानवाधिकारों का उल्लंघन है.