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जलालपुर में 27 अप्रैल को संत करेंगे महापंचायत, हिंसा के आरोपी इमाम की गिरफ्तारी की मांग

हरिद्वार के डाडा जलालपुर गांव में हनुमान जयंती की शोभायात्रा पर पथराव के बाद माहौल तनावपूर्ण हो गया था. अभी तक मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. ऐसे में संत समाज ने जलालपुर गांव में महापंचायत की घोषणा की है.

Mahapanchayat in Jalalpur village
जलालपुर गांव में महापंचायत
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Published : Apr 23, 2022, 3:37 PM IST

Updated : Apr 23, 2022, 3:56 PM IST

हरिद्वारः दिल्ली के जहांगीरपुर और हरिद्वार के डाडा जलालपुर गांव में हनुमान जयंती पर शोभायात्रा में हुए बवाल का मामला अभी शांत होता नहीं दिख रहा है. मामले में अभी तक मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी न होने पर हरिद्वार के संत समाज में भारी आक्रोश है. इतना ही नहीं अब संतों की काली सेना और धर्म संसद के आयोजकों ने भगवानपुर के डाडा जलालपुर में आगामी 27 अप्रैल को महापंचायत करने का फैसला लिया है. जिसको लेकर जिला प्रशासन की चिंताएं बढ़ गई हैं.

हरिद्वार के भगवानपुर में हनुमान जयंती के अवसर पर हुए बवाल के बाद हिंदू संगठन और संतों की ओर से आरोपियों को पकड़ने के लिए जिला प्रशासन पर लगातार दबाव बनाया जा रहा है. लेकिन शोभायात्रा पर पथराव मामले का मुख्य आरोपी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. बताया जा रहा है कि आरोपी मस्जिद का मुख्य इमाम है. ऐसे में आरोपी की गिरफ्तारी न होने पर संत समाज में भारी नाराजगी है. जिसके चलते हरिद्वार में धर्म संसद के आयोजकों और काली सेना ने 27 अप्रैल को भगवानपुर के गांव डाडा जलालपुर में महापंचायत करने की घोषणा की है.

जलालपुर गांव में महापंचायत की घोषणा.

ये भी पढ़ेंः जलालपुर हिंसा पर संतों का अल्टीमेटम, 'आरोपियों के घर नहीं चला बुलडोजर तो बुलाएंगे धर्म संसद'

शांभवी धाम के पीठाधीश्वर स्वामी आनंद स्वरूप (Swami Anand Swaroop) ने कहा कि उनकी ओर से पुलिस को लगातार कहा जा रहा था कि भोपाल के मुख्य आरोपी इमाम के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी की जाए, लेकिन मुख्य आरोपी इमाम अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. अगर 7 दिनों के भीतर इमाम की गिरफ्तारी नहीं होती है तो काली सेना और धर्म संसद की ओर से भगवानपुर के गांव में महापंचायत की जाएगी. अगर महापंचायत में किसी तरह का बवाल होता है तो उसकी सारी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी.

वहीं, महापंचायत पर बोलते हुए जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर स्वामी प्रबोधानंद ने कहा कि धर्मगुरुओं ने हिंदू धर्म की रक्षा के लिए बीजेपी समर्थित केंद्र सरकार को अपना समर्थन दिया था, लेकिन केंद्र सरकार भी हिंदुओं के साथ हो रहे अन्याय पर चुप्पी साधे है. इसलिए काली सेना की ओर से भगवानपुर के गांव डाडा जलालपुर में आगामी 27 अप्रैल को महापंचायत (Haridwar saint announces Mahapanchayat) करने का फैसला लिया गया है.

ये भी पढ़ेंः रुड़की के जलालपुर हिंसा में अब तक 11 गिरफ्तारियां, कई लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज

क्या था मामलाः गौर हो कि बीती 16 अप्रैल की रात को डाडा जलालपुर गांव में हनुमान जयंती पर शोभायात्रा निकालते समय दो पक्षों के बीच विवाद हो गया था. जिसमें दोनों पक्षों की तरफ से पथराव (Roorkee stone pelting on procession) हुआ. जिसके बाद दोनों पक्ष आपस में भिड़ गए. इतना ही नहीं घटनास्थल पर आगजनी भी गई. जिसमें एक वैगनआर कार के साथ दो बाइक जल गए. जबकि, दोनों पक्षों के कई लोग भी घायल हो गए थे. मामले में अभी तक 11 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. कई लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.

हरिद्वारः दिल्ली के जहांगीरपुर और हरिद्वार के डाडा जलालपुर गांव में हनुमान जयंती पर शोभायात्रा में हुए बवाल का मामला अभी शांत होता नहीं दिख रहा है. मामले में अभी तक मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी न होने पर हरिद्वार के संत समाज में भारी आक्रोश है. इतना ही नहीं अब संतों की काली सेना और धर्म संसद के आयोजकों ने भगवानपुर के डाडा जलालपुर में आगामी 27 अप्रैल को महापंचायत करने का फैसला लिया है. जिसको लेकर जिला प्रशासन की चिंताएं बढ़ गई हैं.

हरिद्वार के भगवानपुर में हनुमान जयंती के अवसर पर हुए बवाल के बाद हिंदू संगठन और संतों की ओर से आरोपियों को पकड़ने के लिए जिला प्रशासन पर लगातार दबाव बनाया जा रहा है. लेकिन शोभायात्रा पर पथराव मामले का मुख्य आरोपी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. बताया जा रहा है कि आरोपी मस्जिद का मुख्य इमाम है. ऐसे में आरोपी की गिरफ्तारी न होने पर संत समाज में भारी नाराजगी है. जिसके चलते हरिद्वार में धर्म संसद के आयोजकों और काली सेना ने 27 अप्रैल को भगवानपुर के गांव डाडा जलालपुर में महापंचायत करने की घोषणा की है.

जलालपुर गांव में महापंचायत की घोषणा.

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शांभवी धाम के पीठाधीश्वर स्वामी आनंद स्वरूप (Swami Anand Swaroop) ने कहा कि उनकी ओर से पुलिस को लगातार कहा जा रहा था कि भोपाल के मुख्य आरोपी इमाम के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी की जाए, लेकिन मुख्य आरोपी इमाम अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. अगर 7 दिनों के भीतर इमाम की गिरफ्तारी नहीं होती है तो काली सेना और धर्म संसद की ओर से भगवानपुर के गांव में महापंचायत की जाएगी. अगर महापंचायत में किसी तरह का बवाल होता है तो उसकी सारी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी.

वहीं, महापंचायत पर बोलते हुए जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर स्वामी प्रबोधानंद ने कहा कि धर्मगुरुओं ने हिंदू धर्म की रक्षा के लिए बीजेपी समर्थित केंद्र सरकार को अपना समर्थन दिया था, लेकिन केंद्र सरकार भी हिंदुओं के साथ हो रहे अन्याय पर चुप्पी साधे है. इसलिए काली सेना की ओर से भगवानपुर के गांव डाडा जलालपुर में आगामी 27 अप्रैल को महापंचायत (Haridwar saint announces Mahapanchayat) करने का फैसला लिया गया है.

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क्या था मामलाः गौर हो कि बीती 16 अप्रैल की रात को डाडा जलालपुर गांव में हनुमान जयंती पर शोभायात्रा निकालते समय दो पक्षों के बीच विवाद हो गया था. जिसमें दोनों पक्षों की तरफ से पथराव (Roorkee stone pelting on procession) हुआ. जिसके बाद दोनों पक्ष आपस में भिड़ गए. इतना ही नहीं घटनास्थल पर आगजनी भी गई. जिसमें एक वैगनआर कार के साथ दो बाइक जल गए. जबकि, दोनों पक्षों के कई लोग भी घायल हो गए थे. मामले में अभी तक 11 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. कई लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.

Last Updated : Apr 23, 2022, 3:56 PM IST
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