रुड़की: "अब हवाएं ही करेंगी रोशनी का फैसला, जिस दीए में जान होगी वो दिया रह जाएगा" जी हां, जब हालात तनाव भरे हों तो हौसला और प्रेरणा ही मंजिलें आसान करती हैं. इन दिनों पूरी दुनिया कोविड-19 के कहर से जूझ रही है. इनसब के बीच दुवाओं और दवाओं का दौर जारी है. इसी बीच कोरोना की जंग लड़ रहे योद्धा पूरी मुस्तैदी से अपने-अपने मोर्चो पर डटे हुए हैं.
इस संकट की घड़ी में जान जोखिम में डालकर लोगों की सेवा कर रहे जवान इस बात का पुख्ता सुबूत हैं कि कोरोना हारेगा और देश जीतेगा. वहीं कोरोना वायरस जैसी महामारी के खतरे के बीच भी पुलिसकर्मी मुस्तैदी से अपनी ड्यूटी को अंजाम दे रहे हैं.
बता दें कि, रुड़की से करीब 7 किलोमीटर दूर मंगलौर के मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में इन कोरोना योद्धाओं यानि पुलिस अफसरों पर फूलों की बारिश कर स्वागत किया गया. इस दौरान क्षेत्रवासियों ने बताया कि जब लोग अपनी सुरक्षा के लिए घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं. ऐसे समय में पुलिसकर्मी अपनी जान जोखिम में डालकर लोगों की सुरक्षा के साथ ही उनकी मदद भी कर रही है.
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वहीं क्षेत्र वासियों ने कहा कि भूखों को खाना खिलाने के साथ ही गरीबों की आर्थिक सहायता करने का पुलिसकर्मियों का यह काम बेहद सराहनीय है. साथ ही पुलिस के जवानों ने भी इस अभिवादन को स्वीकार करते हुए लोगों से सहयोग मांगा है.