हरिद्वार: देर रात वैष्णो देवी मंदिर में हुई भगदड़ की घटना पर धर्मनगरी हरिद्वार के संतों ने दुःख व्यक्त किया है. संतों ने दिवंगत आत्माओं की शांति की कामना के साथ साथ प्रदेश सरकार और वैष्णो देवी साइन बोर्ड से मृतकों के परिजनों और घायलों को मुआवजा दिए जाने की मांग की है.
31 दिसंबर की देर रात वैष्णों देवी मंदिर में हुई भगदड़ के बाद 12 लोगों के मरने की सूचना पर हरिद्वार के संतों ने दुख व्यक्त किया है. हरिद्वार के जगतगुरु शंकराचार्य राजराजेश्वराश्रम ने घटना पर अपनी संवेदना व्यक्त की. उन्होंने कहा वे प्रदेश सरकार से मांग करेंगे कि मृतकों के परिजनों और घायलों को जल्द से जल्द उचित मुआवजा दें.
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वहीं, निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि ने कहा मंदिर में हुई घटना बहुत ही दुखद है. वे मां भगवती से प्रार्थना करते हैं कि घटना में मारे गए लोगों को अपने घर में ही पुनर्जन्म दें. उन्होंने कहा वे जल्द ही जम्मू कश्मीर के राज्यपाल से बात करेंगे कि वे पीड़ित परिवारों से बात करें.
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वैष्णो देवी मंदिर में हुई घटना घटना पर बोलते हुए अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी ने भी दुख जताया है. उन्होंने कहा वे ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि भगवान उनकी आत्मा को शांति दें. परिजनों को इस दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें. उन्होंने कहा कि जो लोग घायल हुए हैं वह जल्द स्वस्थ होकर अपने घर जाए.
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अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री हरि गिरि ने कहा कि घटना बहुत ही दुखद है. उन्होंने कहा वैष्णों देवी साइन बोर्ड को वहां आने वाले भक्त साल भर में करोड़ों रुपए देते हैं इसलिए वे मांग करते हैं कि वहां आने वाले भक्तों के साथ हुई घटना पर श्राइन बोर्ड पीड़ित परिजनों को 1 करोड़ रुपये की सहायता प्रदान करे.