हरिद्वार: बैंगलुरु और कर्नाटक में 22 नवंबर से 26 नवंबर तक आयोजित हुई ओपन नेशनल बेंच प्रेस पावरलिफ्टिंग में धर्मनगरी हरिद्वार की रंजीता ने पूरी देवभूमि का नाम रोशन किया है. रंजीता ने महिला वर्ग के 57 किलो वर्ग में एक रजत और एक कांस्य पदक जीता है. इस कामयाबी के बाद रंजीता आगामी जून में अमेरिका में होने जा रही वर्ड पावरलिफ्टिंग प्रतियोगिता में भारत का प्रतिनिधित्व करेगी.
चार बहनों में सबसे छोटी हैं रंजीता: रंजीता ने बताया कि वे अपनी 4 बहनों में से सबसे छोटी हैं. उनके पिता की मृत्यु 1996 में हो गई थी , जब वे 11 साल की थी. पिता की मृत्यु के बाद मां स्व स्यामा देवी ने आंगनबाड़ी में कार्य करते हुए हम चारों बहनों को पढ़ाया. जिसमें से उनकी दो बहनों में से एक आंगनबाड़ी ओर एक उत्तराखंड पुलिस में कार्यरत है.
रंजीता बोली अमेरिका में भी लहरेगा जीत का परचम: उन्होंने बताया कि शुरुआत में उन्होंने पावर लिफ्टिंग को मात्र एक शौक के तौर पर लिया, लेकिन उनकी मेहनत देखकर उनके कोच एसआई अमित कुमार ने उन्हें पावरलिफ्टिंग में कैरियर के तौर पर लेने की सलाह दी. जिसके बाद वे अपने कोच के मार्गदर्शन में आगे बढ़ रही हैं. उन्हें पूरी उम्मीद है कि वे अमेरिका में भी पदक जीत कर अपने देश और उत्तराखंड के साथ-साथ हरिद्वार का नाम रोशन करेंगी.
M.A. की पढ़ाई कर रही रंजीता भेल: बता दें कि रंजीता भेल अभी हरिद्वार के एसएम जैन कॉजेज से M.A. की पढ़ाई कर रही हैं उनका परिवार ज्वालापुर कोतवाली क्षेत्र के पीठबाजार में रहता है. रंजीता भेल इंटरनेशनल क्लब में उत्तराखंड पुलिस में तैनात एसआई अमित कुमार से पावरलिफ्टिंग की कोचिंग लेती हैं.
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