लक्सर: सनातन धर्म सभा श्री रामलीला कमेटी की रामलीला का 16वें दिन भगवान मर्यादा पुरुषोत्तम श्री रामचंद्र जी के राजतिलक के उपरांत समापन हुआ. 10 अक्टूबर को श्री गणेश, मां काली की शोभा यात्रा के साथ शुरू हुआ रामलीला महोत्सव विधि विधान के साथ संपन्न हुआ. लक्सर नगर में 86 वर्षों से रामलीला का आयोजन होता आ रहा है.
लक्सर में रामलीला संपन्न: लक्सर में सनातन धर्म सभा श्री रामलीला कमेटी के द्वारा रामलीला करायी जाती है. रामलीला का मंचन मथुरा, वृंदावन से आए हुए कलाकारों द्वारा किया जाता है. रामलीला को देखने के लिए लक्सर तहसील क्षेत्र के अनेक गांवों के लोग पहुंचते हैं. वहीं कलाकारों में जहां पुरुष अपनी भूमिका निभाते हैं, वहीं महिलाएं भी पीछे नहीं रहती हैं. सीता के रूप में अपनी कला का प्रदर्शन करती हैं. इस बार वृंदावन रामलीला ग्रुप द्वारा रामलीला का मंचन किया गया.
वृंदावन के कलाकारों ने किया रामलीला का मंचन: सुंदर झांकियां के साथ रामलीला का मंचन किया गया. इस आयोजन की लोगों ने बहुत प्रशंसा की. रामलीला में जहां महिलाओं, बुजुर्गों और बच्चों ने भागीदारी निभाई, वहीं नगर के नगर पालिका अध्यक्ष द्वारा भगवान श्री राम जी का राजतिलक किया गया. वृंदावन से आए हुए कलाकारों को श्री सनातन धर्म सभा श्री रामलीला कमेटी द्वारा पुरस्कार भेंट कर उनका मनोबल बढ़ाया गया. एक दिन पूर्व विजयदशमी के पर्व पर 45 फीट के रावण के पुतले का दहन किया गया. इस मौके पर मेले का आयोजन कराया गया. वहीं राज्याभिषेक पर आतिशबाजी ने लोगों का मन मोह लिया.
ये भी पढ़ें: अल्मोड़ा का ऐतिहासिक दशहरा, यहां एक दो नहीं रावण समेत उसके कुल के 15 पुतलों का किया जाता है दहन
बच्चों से श्रीराम के आदर्श पर चलने का आह्वान: रामलीला कमेटी के अध्यक्ष पवन दुबे, महामंत्री सचिन मित्तल और कोषाध्यक्ष शिवाय द्वारा लोगों का अभिवादन किया गया. रामलीला के संरक्षक व्यापार मंडल अध्यक्ष अतुल गुप्ता, राजेंद्र नाथ मेहंदी रत्ता और राहुल अग्रवाल ने नगर के आए सभी लोगों का धन्यवाद किया. उन्होंने कहा कि भगवान श्री रामचंद्र मर्यादा पुरुषोत्तम हैं. क्योंकि भगवान श्री राम सदा मर्यादा में रहे और उनके जीवन चरित्र को देखते हुए उनके आदर्शों पर चलने की लोगों ने प्रेरणा ली. वहीं लोगों द्वारा अपने छोटे बच्चों को भगवान रामचंद्र जी की सुंदर झांकियां दिखाई गई. उनके द्वारा किए गए कार्यों का अनुकरण करने की सीख दी गई.
ये भी पढ़ें: 480 साल पुरानी रामलीला में उमड़ी लाखों की भीड़, काशी का राज परिवार होता है शामिल, पीएम मोदी बोले- इस परंपरा पर गर्व है