हरिद्वारः उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय में आयोजित दो दिवसीय वेद सम्मेलन का समापन हो गया है. अंतिम दिन केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की. इस दौरान उन्होंने संस्कृत से संबंधित दो पुस्तकों का विमोचन किया. इस दो दिवसीय संगोष्ठी में देश-विदेश से 80 से ज्यादा विद्वानों ने भाग लिया.
उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति देवी प्रसाद त्रिपाठी ने कहा कि सभी शास्त्र, सभी विधाएं, सभी विज्ञान का मूल स्रोत वेद हैं. वेद में ही सारा शास्त्र होता है और वेद में जितना भी ज्ञान है, वह लोगों के सामने आना चाहिए. इसके लिए वेद का पूरा अध्ययन होना चाहिए. इस अध्ययन के लिए संस्कृत विभाग और आईआईटी मोरल विज्ञान के साथ मिलकर के वेद के ज्ञान को आगे बढ़ाना चाहिए.
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उन्होंने कहा दो दिवसीय वेद सम्मेलन में पूरे भारत से 80 से ज्यादा विद्वानों ने शिरकत किया था. जिसमें विद्वानों ने वेद के ज्ञान के बारे में बताया. साथ ही इसे लेकर अपने-अपने विचार रखे. इस सम्मेलन में वेदों के साथ-साथ पर्यावरण के संरक्षण के उपाय को लेकर भी विचार रखे गए. वहीं, उन्होंने कहा कि अब उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय भी वेदों के ज्ञान को बढ़ावा देने के लिए पूरे उत्तराखंड में संगोष्ठी करने जा रहा है.