हरिद्वारः आखिरकार लंबे इंतजार के बाद राजाजी टाइगर रिजर्व को शुक्रवार (1 अक्टूबर) से पर्यटकों के लिए खोल दिया गया है. हालांकि हर साल पार्क की सभी रेंजों को नवंबर महीने में खोला जाता है. लेकिन कोरोना महामारी के कारण पिछले दो सालों से बंद पार्क को पार्क प्रशासन द्वारा अक्टूबर महीने में ही खोल दिया गया है.
कोरोना महामारी के कारण पिछले 2 साल से बंद राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क को पार्क के सफारी चालकों की मांग पर खोल दिया गया है. हालांकि पार्क की सभी रेंज हर साल नवंबर महीने में खोली जाती है, लेकिन पिछले 2 साल में पार्क के सफारी चालकों को हुए भारी नुकसान को कुछ कम करने के लिए पार्क प्रशासन ने पार्क को अक्टूबर महीने में ही खोल दिया है. एक अनुमान के मुताबिक पिछले 2 साल में पार्क को 1.50 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.
राजाजी टाइगर रिजर्व के निदेशक डीके सिंह ने बताया कि एनटीसीए (National Tiger Conservation Authority) की गाइडलाइन के मुताबिक ही पार्क को पर्यटकों के लिए खोला गया है. सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक ही कोरोना नियमों का पालन किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि पार्क खुलने के बाद पर्यटकों पर निर्भर लोगों का रोजगार फिर से खुल गया है. निदेशक डीके सिंह ने बताया कि 2 साल से टाइगर रिजर्व बंद होने के कारण वन्य जीव भी अब स्वतंत्र रूप से पर्यटकों को भ्रमण करते हुए नजर आएंगे.
ये भी पढ़ेंः सैलानी ध्यान दें: 1 अक्टूबर से कॉर्बेट पार्क में नाइट स्टे के लिए ऑनलाइन बुकिंग शुरू
वहीं, पर्यटकों पर निर्भर लोगों का कहना है कि लगभग 2 साल से पार्क बंद पड़ा हुआ था. कोई भी पर्यटक राजाजी पार्क में सफारी करने नहीं आ रहा था. इस कारण घर की अर्थव्यवस्था बिल्कुल चरमरा गई है. अब जब दोबारा पार्क खुला है तो हमें उम्मीद है कि जल्द ही सैलानियों का हुजूम भी सफारी के लिए टाइगर रिजर्व की ओर रुख करेगा.
24KM की सफारीः पार्क में सफारी के लिए पार्क प्रशासन ने 24 किमी का ट्रैक बनाया है जिसके लिए 1500 से 1700 रुपये का भुगतान करना होता है. इसके अलावा आप 150 रुपये प्रति व्यक्ति भुगतान करके भी आप सफारी का लुत्फ उठा सकते हैं. पार्क में लेपर्ड, टाइगर, हाथी के साथ ही सभी जंगली जानवर आपको सफारी के दौरान नजर आ सकते हैं.