मसूरी/हरिद्वार: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे और तमिलनाडु सरकार में खेल मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म पर जो विवादित बयान दिया था, उसको लेकर देशभर में उदयनिधि स्टालिन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहा है. मसूरी में जहां व्यापार मंडल ने पैलेस चौक पर उदयनिधि स्टालिन के खिलाफ नारेबाजी की तो वहीं, हरिद्वार में अखिल भारतीय युवा तीर्थ पुरोहित महासभा ने सुभाष घाट पर उदयनिधि स्टालिन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया.
तीर्थ पुरोहितों का गुस्सा भड़का: डीएमके नेता और तमिलनाडु के खेल मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने बीते दिनों सनातन धर्म पर विवादित बयान दिया था, जिसके बाद से ही वो साधु-संतों और बीजेपी समेत अन्य राजनीतिक पार्टियों के निशाने पर आ गए हैं. मंगलवार पांच सितंबर को हरिद्वार के सुभाष घाट पर गंगा किनारे अखिल भारतीय युवा तीर्थ पुरोहित महासभा ने उदयनिधि स्टालिन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया.
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महासभा अध्यक्ष उज्ज्वल पंडित ने कहा कि उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म के खिलाफ बयान देकर बड़ा अपराध किया है, लेकिन सनातन धर्म में जन्मे कांग्रेस, सपा, जदयू, राजद, एनसीपी, उद्धव ठाकरे की शिवसेना और आप जैसी पार्टियों के नेताओं ने भी उदयनिधि स्टालिन के बयान पर चुप्पी साध रखी है. इनमें से कोई सनातन धर्म के पक्ष में नहीं आया है.
महासभा अध्यक्ष उज्ज्वल पंडित ने तो यहां तक कहा है कि राहुल गांधी, अखिलेश यादव, नीतीश कुमार, उद्धव ठाकरे, शरद पवार और तेजस्वी यादव जैसे नेताओं को अब किसी गंगा तट, मंदिर, मठ या अखाडे़ में नहीं जाने देना चाहिए. उज्ज्वल पंडित ने तीर्थ पुरोहितों और पंडितों से अपील की है कि वो इन नेताओं के किसी भी निजी और सरकारी कार्यक्रम में किसी भी सनातन रूपी कार्य को सम्पन्न न कराएं.
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मसूरी में व्यापारियों ने किया विरोध प्रदर्शन: मसूरी व्यापार मंडल अध्यक्ष रजत अग्रवाल के नेतृत्व में व्यापारियों ने उदयनिधि स्टालिन के बयान का विरोध किया. रजत अग्रवाल ने कहा कि उदयनिधि स्टालिन ने जिस तरह से सनातन धर्म के खिलाफ आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया है, उसकी वो घर निंदा करते हैं.
मसूरी के व्यापारियों ने स्टालिन से माफी मांगने की मांग की है. साथ ही उन्होंने कहा कि देश में नफरत फैलाने वाले राजनेताओं पर लगाम लगनी चाहिए. भारत देश में 80 प्रतिशत लोग सनातन धर्म को मानते हैं. ऐसे में स्टालिन ने सनातन धर्म के खिलाफ बोलकर 80 प्रतिशत लोगों का अपमान किया है.
बता दें कि एक कार्यक्रम में तमिलनाडु के खेल मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म की तुलना डेंगू, मलेरिया और कोरोना वायरस जैसी बीमारियों से की थी. उदयनिधि स्टालिन ने कहा था कि कुछ चीजों का विरोध नहीं किया जा सकता, बल्कि उन्हें खत्म किया जाता है. डेंगू, मलेरिया और कोरोना का विरोध नहीं कर सकते है, बल्कि उन्हें मिटाना होगा. इसी तरह सनातन धर्म के विरोध के बदले उसे खत्म किया जाना चाहिए.