रुड़की: न्यू मोटर व्हीकल एक्ट के विरोध में उत्तराखंड ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन ने 16 सितंबर से हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है. ट्रांसपोर्ट कार्यालय पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने बताया कि केंद्र सरकार ने व्यवसायिक व निजी वाहनों पर दस से पचास फीसदी जुर्माना लगाने का प्रावधान किया है. जिसका एसोसिएशन विरोध कर रहा है.
बता दें कि रुड़की ट्ऱांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन ने संसोधित न्यू मोटर व्हीकल एक्ट के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. इस मौके पर पदाधिकारियों ने कहा कि केंद्र सरकार ने जल्दबाजी में जो निर्णय लिया है वह दुर्भाग्यपूर्ण है. हालांकि, ट्रांसपोर्ट व्यवसायी यातायात नियमों का पालन जिसमें हेलमेट, सीट बेल्ट, ओवरलोड व शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों पर कार्रवाई का सहयो करते हैं. लेकिन जिस तरह सरकार ने जुर्माना राशि में अधिक बढ़ोतरी की है. वह ट्रांसपोर्ट व्यवसायियों की कमर तोड़ने का निर्णय है.
इस मामले को लेकर ट्रांसपोर्ट व्यवसायियों ने बताया कि ऋषिकेश में भी बीते दिन एक बैठक बुलाई गई थी. जिसमें इस नये एक्ट का विरोध में एकमत होकर सभी ने मुख्यमंत्री, परिवहन मंत्री व परिवहन सचिवसे मिलकर नए बिल के संबंध में वार्ता की बात कही थी. ट्रांसपोर्ट व्यवसायियों का कहना है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी जाती तो ट्रांसपोर्ट व्यवसायी, ई रिक्शा, टेंपो, बस, व ट्रक यूनियन सभी एकजुट होकर पूरे उत्तराखंड में आगामी 16 सितंबर को धरना प्रदर्शन व चक्का जाम करेंगे.
वहीं, इस मौके पर ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष आदेश ने कहा कि अधिकतर सड़क हादसे अतिक्रमण के कारण होते हैं. ऐसे में सरकार अपनी कमियां छिपाने के लिए वाहनों स्वामियों पर मनमर्जी का जुर्माना थोप रही है. जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.