ETV Bharat / state

खुले आसमान के नीचे पढ़ रहे देश का भविष्य, जर्जर भवन दे रहा हादसों को दावत - लक्सर कंकरखता गांव प्राथमिक विद्यालय समाचार

कंकरखता गांव का राजकीय प्राथमिक विद्यालय का भवन जर्जर हालत में है. विद्यालय में कक्षा 5 तक के बच्चे शिक्षा प्राप्त करने के लिये बाहर या एक भवन में बैठकर पढ़ाई करते हैं.

लक्सर कंकरखता गांव प्राथमिक विद्यालय समाचार, laksar poor condition of primary school news
जर्जर हालत में प्राथमिक विद्यालय.
author img

By

Published : Feb 10, 2020, 7:33 AM IST

लक्सर: कंकरखता गांव का राजकीय प्राथमिक विद्यालय का भवन जर्जर हालत में है. विद्यालय का कुछ हिस्सा गिर चुका है. विद्यालय के पास अपनी बिल्डिंग न होने से छात्र-छात्राएं बाहर बैठकर पठन-पाठन करने को मजबूर हैं. विद्यालय में तैनात शिक्षक ने बताया कि विद्यालय की बिल्डिंग जर्जर होने से विद्यालय का एक हिस्सा पिछले वर्ष गिर गया था, हालांकि इसमें कोई जनहानि नहीं हुई थी.

जर्जर हालत में प्राथमिक विद्यालय.

उन्होंने कहा कि विद्यालय में कक्षा 5 तक के बच्चे शिक्षा प्राप्त करने के लिये बाहर या एक कमरे में बैठकर पढ़ाई करते हैं. जबकि हर कक्षा के लिए अलग कमरा होता है. ताकि बच्चे एकाग्र होकर पढ़ सकें. एक ही कमरे में कक्षा 1 से 5 तक के बच्चों को लंबे समय से पढ़ाया जा रहा है.

स्थानीय लोगों द्वारा इस बारे में विभाग को कई बार अवगत कराया जा चुका है, लेकिन लोगों को आश्वासन के सिवाय कुछ नहीं मिला. उन्होंने बताया कि स्कूल में लगभग 90 बच्चे अध्यनरत हैं. विद्यालय की बिल्डिंग कई वर्षों से जर्जर हालत में हैं. विद्यालय में केवल 2 कमरे है और ऑफिस का कमरा भी इसी में से बनाया गया है.

यह भी पढ़ें-हरिद्वार के शौर्य वन में जिंदा रहेंगे पुलवामा के 40 शहीद

स्कूल में छात्रों ने भी कहा कि कमरे न होने से बाहर बैठना पड़ता है या किसी दूसरी क्लास के साथ बैठकर पढ़ाई करनी पड़ती है. वहीं मामलें में उप शिक्षा अधिकारी अमित कोठियाल ने बताया कि यह मामला उनके संज्ञान में है. इसकी जानकारी विभाग के उच्चाधिकारियों को पत्र के माध्यम से दी गई है. स्वीकृति मिलते ही शीघ्र बच्चों के लिए नए भवन की व्यवस्था कराई जाएगी.

लक्सर: कंकरखता गांव का राजकीय प्राथमिक विद्यालय का भवन जर्जर हालत में है. विद्यालय का कुछ हिस्सा गिर चुका है. विद्यालय के पास अपनी बिल्डिंग न होने से छात्र-छात्राएं बाहर बैठकर पठन-पाठन करने को मजबूर हैं. विद्यालय में तैनात शिक्षक ने बताया कि विद्यालय की बिल्डिंग जर्जर होने से विद्यालय का एक हिस्सा पिछले वर्ष गिर गया था, हालांकि इसमें कोई जनहानि नहीं हुई थी.

जर्जर हालत में प्राथमिक विद्यालय.

उन्होंने कहा कि विद्यालय में कक्षा 5 तक के बच्चे शिक्षा प्राप्त करने के लिये बाहर या एक कमरे में बैठकर पढ़ाई करते हैं. जबकि हर कक्षा के लिए अलग कमरा होता है. ताकि बच्चे एकाग्र होकर पढ़ सकें. एक ही कमरे में कक्षा 1 से 5 तक के बच्चों को लंबे समय से पढ़ाया जा रहा है.

स्थानीय लोगों द्वारा इस बारे में विभाग को कई बार अवगत कराया जा चुका है, लेकिन लोगों को आश्वासन के सिवाय कुछ नहीं मिला. उन्होंने बताया कि स्कूल में लगभग 90 बच्चे अध्यनरत हैं. विद्यालय की बिल्डिंग कई वर्षों से जर्जर हालत में हैं. विद्यालय में केवल 2 कमरे है और ऑफिस का कमरा भी इसी में से बनाया गया है.

यह भी पढ़ें-हरिद्वार के शौर्य वन में जिंदा रहेंगे पुलवामा के 40 शहीद

स्कूल में छात्रों ने भी कहा कि कमरे न होने से बाहर बैठना पड़ता है या किसी दूसरी क्लास के साथ बैठकर पढ़ाई करनी पड़ती है. वहीं मामलें में उप शिक्षा अधिकारी अमित कोठियाल ने बताया कि यह मामला उनके संज्ञान में है. इसकी जानकारी विभाग के उच्चाधिकारियों को पत्र के माध्यम से दी गई है. स्वीकृति मिलते ही शीघ्र बच्चों के लिए नए भवन की व्यवस्था कराई जाएगी.

Intro:लोकेशन लक्सर उत्तराखंड
संवाददाता कृष्णकांत शर्मा लक्सर
सलग-- बच्चों के भविष्य से खिलवाड़
एंकर-लक्सर--.बच्चों को देश का भविष्य कहा जाता है। और बच्चों का भविष्य सुनहरा बनाने के लिए शासन अस्तर पर काफी प्रयास किए जा रहे हैं।शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिये केंद्र सरकार लगातार प्रयास रत है।
Body:
आपको बता दें लक्सर के कंकरखता गांव के राजकिय प्राथमिक विद्यालय का भवन जर्जर हालत में है जिसका कुछ हिस्सा गिर भी चुका है पर बच्चे मौत के साए में शिक्षा पाने को मजबूर है जहां बच्चों को प्रतिदिन बहार बैठकर अपने उज्जवल भविष्य को सुनहरा करने को मजबूर है। वहीं राजकीय प्राथमिक विद्यालय के पास अपनी बिल्डिंग के न होने से स्कूल में छात्र छात्राओं को बाहर बैठकर शिक्षा पाने को विवश है। यह नन्हे-मुन्ने बच्चों के जीवन के साथ खिलवाड़ है क्योंकि अब शिक्षा पूर्ण रूप से आधुनिक हो चुकी है जोकि बिना कक्ष भवन के संभव ही नहीं है सरकार का दावा है कि हमने सभी विद्यालयों में आधुनिक शिक्षा देने की सुविधा दे रखी है जिसमें डिजिटल शिक्षा भी है
जब हमने विद्यालय में तैनात अध्यापक से बात की तो उनके द्वारा बताया कि विद्यालय की बिल्डिंग जर्जर होने से विद्यालय का एक भवन पीछले वर्ष गिर गया था। जबकि कोई जन हानि नही हुई थी। विद्यालय में 5 क्लास तक के बच्चों को शिक्षा प्राप्त करने के लिये बहार या एक भवन में बैठकर पढ़ाई करते हैं जो की शिक्षा की दृष्टि से पूर्णतया गलत था क्योंकि हर कक्षा को एक कक्ष मिलना चाहिए तभी नन्हे मुन्ने बच्चे एकाग्र होकर पढ़ सकते हैं एक ही भवन में कक्षा 1 से लेकर कक्षा 5 तक के बच्चों को कैसे शिक्षा दी जा सकती है यह संभव नहीं है।विभाग द्वारा भी कई बार बताया गया है। लेकिन अस्वाशन के सिवा कुछ नहीं मिला। स्कूल में लगभग 90 बच्चे शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। विद्यालय की बिल्डिंग कई वर्षों से जर्जर हालत में है। विद्यालय के पास 2 कमरे है। जिसमे ऑफिस के लिए कमरा भी इसी में एडजस्ट करना पड़ता है।
वही जब स्कूल में बच्चों से बात की तो बच्चों ने बताया कि स्कूल में कमरे न होने से बहार बैठना पड़ता है। या किसी दूसरी क्लास के साथ बैठ कर पढ़ाई करनी पड़ती है। जिससे बहुत परेशानी होती है। Conclusion: वही जब इस बाबत लक्सर उप शिक्षा अधिकारी अमित कोठियाल से बात की गई तो उन्होंने बताया कि यह मामला उनके संज्ञान में है इस बाबत विभाग के उच्चाधिकारियों को पत्र भेजकर अवगत कराया गया है स्वीकृति मिलते ही शीघ्र ही बच्चों के लिए नए भवन की व्यवस्था कराई जाएगी

Byet.गीता देवी प्रधानाध्यापिका

Byet.अध्यापक

Byet.छात्रा
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.