हरिद्वार: हरिद्वार में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए अनशन कर रहे स्वामी यति नरसिंहानंद और उनके साथी संतों को धरना स्थल से उठा दिया है. स्वामी यति नरसिंहानंद और स्वामी अमृतानंद, जितेंद्र नारायण त्यागी उर्फ वसीम रिजवी की गिरफ्तारी का विरोध कर रहे थे. जिसके लिए वे एक और संत के साथ अनशन पर बैठे थे. आज ही उन्होंने अनशन खत्म कर सत्याग्रह शुरू किया था. आज देर शाम ही पुलिस ने स्वामी यति नरसिंहानंद गिरी को धरनास्थल से उठाया.
बता दें कि धर्मनगरी हरिद्वार धर्म संसद में भड़काऊ भाषण मामले में जितेंद्र नारायण त्यागी उर्फ वसीम रिजवी की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. वहीं, सीजेएम हरिद्वार की अदालत ने उनकी जमानत याचिका को खारिज कर दिया है.
अब वसीम रिजवी के वकील सत्र न्यायालय में अपील करेंगे. जितेंद्र नारायण त्यागी उर्फ वसीम रिजवी की जमानत याचिका खारिज होने के बाद हरिद्वार में अनशन पर बैठे स्वामी यति नरसिंहानंद गिरी व स्वामी अमृतानंद ने अब कोर कमेटी के आग्रह के बाद अनशन को समाप्त कर दिया और सत्याग्रह शुरू कर दिया, लेकिन अनशन पर बैठे स्वामी यति नरसिंहानंद गिरि व अमृतानंद की तबीयत अचानक बिगड़ गई.
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जिसके बाद कोर कमेटी ने दोनों संतों से जल ग्रहण करने का आग्रह किया गया और उन्होंने जल ग्रहण किया. स्वामी आनंद स्वरूप ने कहा कि अब यह लड़ाई काफी लंबी चलने वाली है. जिसके लिए हमें दोनों ही संतों की अति आवश्यकता है. ऐसे में हमारे द्वारा छोटी सी गलती भी विरोधियों के लिए लाभकारी साबित हो सकती है. इसी को देखते हुए हमने दोनों संतों से आग्रह किया था कि वह जल ग्रहण करना प्रारंभ करें. दोनों ही संतों ने इसे मान भी लिया है.