हरिद्वारः कोतवाली ज्वालापुर क्षेत्र में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी के मामले में पुलिस ने तीन लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है. पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर केस दर्ज किया है. इन लोगों पर नौकरी दिलाने के नाम पर साढ़े नौ लाख रुपए ठगने का आरोप है. फिलहाल, पुलिस आरोपियों की तलाश में जुट गई (Police Filed Case against three People) है.
दरअसल, ज्वालापुर के चौहनान मोहल्ला निवासी रविश कुमार ने कोर्ट में एक प्रार्थना पत्र दिया है. जिसमें उन्होंने बताया कि उसकी जान पहचान लक्ष्मी देवी पत्नी कश्मीर सिंह और उसकी बेटी ज्योति यादव निवासीगण विकास कॉलोनी से काफी समय से थी. ज्योति यादव ने उसे बताया कि उसका पति राकेश यादव निवासी 159/9 बसंत कुंज नई दिल्ली स्थायी पता खेडी बांस झाझर हरियाणा सीबीआई में डीएसपी के पद पर तैनात है. उसके ससुर भी संसद की सुरक्षा अधिकारी रहे है. मां-बेटी ने राकेश यादव की जान पहचान होने का दावा करते हुए उसके भाई प्रशांत कुमार की नौकरी रेलवे में लगवाने का भरोसा दिलाया. तय हुआ कि नौकरी लगवाने की एवज में साढ़े नौ लाख की रकम अदा करनी होगी, जिसके बाद उन्हें धीरे धीरे रकम दे दी गई.
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पिछले साल राकेश यादव उसके भाई को नौकरी दिलाने के नाम पर जयपुर राजस्थान ले गया, जहां पहुंचकर पता चला कि रेलवे की भर्ती (Job in Railway) नहीं ही निकली है. यह भी सामने आया कि राकेश यादव सीबीआई में डीएसपी नहीं है. आरोप है कि रकम वापस मांगने पर उसके साथ गाली गलौज करते हुए हत्या की धमकी दी गई.
वहीं, इस मामले में पीड़ित ने मुकदमा दर्ज कराने के लिए कई बार कोतवाली ज्वालापुर के चक्कर लगाए, लेकिन पुलिस ने उनकी एक न सुनी. जिसके बाद उन्हें कोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ा. कई बार की सुनवाई के बाद शुक्रवार को कोर्ट ने इस मामले में आरोपियों के खिलाफ कोतवाली ज्वालापुर पुलिस को तत्काल मुकदमा दर्ज करने के आदेश जारी किए हैं. कोतवाली प्रभारी आरके सकलानी (Kotwali incharge RK Saklani) ने बताया कि मामले में तीनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है.
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