हरिद्वार: गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय हरिद्वार के पूर्व छात्र नेता अमरदीप चौधरी की हत्या का हरिद्वार पुलिस ने खुलासा कर दिया है. पुलिस ने मामले में 24 घंटे के अंदर ही तीनों आरोपियों को हरिद्वार से गिरफ्तार कर लिया है. तीनों आरोपी बाप-बेटे हैं. पुलिस ने आरोपियों के पास से हत्या के लिए इस्तेमाल तमंचा भी बरामद किया है. हरिद्वार एसएसपी अजय सिंह ने इस पूरे मामले का खुलासा किया है.
उन्होंने बताया कि बीते रोज कनखल जगजीतपुर के राजा गार्डन इलाके में आरोपियों ने अपने घर में पूर्व छात्र नेता और गैंगस्टर अमरदीप चौधरी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस गोलीकांड में अमरदीप का भाई बादल और उसका एक दोस्त भी गोली लगने से घायल हुआ था. वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए थे.
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इस मामले में अमरदीप के भाई की पत्नी शेफाली ने राजकुमार मलिक, मानू मलिक उर्फ गोली एवं हर्षदीप मलिक के खिलाफ मुकदमा कराया है. वहीं, वारदात की जानकारी मिलते ही पुलिस भी हरकत में आई और आरोपियों की धरपकड़ में लग गई. पुलिस ने 24 घंटे के अंदर ही न सिर्फ मामले का खुलासा किया, बल्कि आरोपियों को भी सालाखों के पीछे पहुंचाया है.
पुलिस ने तीनों आरोपियों को हरिद्वार से गिरफ्तार किया है. जांच के दौरान सामने आया है कि आरोपी राजकुमार मलिक, अमरदीप चौहान के साथ मिलकर प्रॉपर्टी का काम करता था. कुछ समय पहले ही एक जमीन की खरीद-ब्रिकी के लिए राजकुमार को कमीशन के रूप में करीब 7 लाख रुपए मिलना था, जो कई बार कहने पर भी अमरदीप चौहान ने राजकुमार मलिक को नहीं दिया.
पुलिस के मुताबिक रविवार रात को हिसाब-किताब को लेकर ही राजकुमार ने अमरदीप को अपने घर पर बुलाया था, जहां अमरदीप अपने एक दोस्त के साथ मौके पर पहुंचा था. इसी दौरान दोनों के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई. तभी तैश में राजकुमार ने गोली चला दी और गोली सीधे अमरदीप की कमर में नीचले हिस्से में लगी. गोली की आवाज सुनते ही अमरदीप का दोस्त जैसे ही कमरे में घुसा तो राजकुमार ने उस पर गोली चलाई, जिस कारण वो भी गंभीर रूप से घायल हो गया.
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अमरदीप के दोस्त ने भागते हुए घटना की जानकारी अमरदीप के भाई बादल को फोन पर दी. आरोप है कि जैसे ही बादल मौके पर पहुंचा तो आरोपियों ने उस पर भी फायरिंग कर दी. वहीं घर में गोली चलने से इलाके में अफरा-तफरी का माहौल हो गया. सूचना मिलते ही पुलिस भी कनखल थाने पहुंची, लेकिन पुलिस को आने से पहले ही तीनों आरोपी मौके से फरार हो गए थे.
पुलिस को कमरे से एक तमंचा और कई खाली कारतूस के साथ-साथ कुछ जिंदा कारतूस बरामद हुए थे. इस मामले में पुलिस ने चंद घंटों के भीतर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. बताया जा रहा हैं कि राजकुमार की मेरठ में एक जमीन थी, जिसे उसने कुछ समय पहले ही 50 लाख रुपए में बेचा था.
अमरदीप ने इसी पैसे को प्रॉपर्टी में इन्वेस्ट करवाया था, जिसमें हुए मुनाफे को लेकर दोनों के बीच उस समय से वाद-विवाद हो रहा था. रविवार रात अमरदीप उसे 50 हजार देने के लिए भी लेकर गया था, लेकिन 50 हजार की रकम को कम बताते हुए दोनों के बीच विवाद हो गया था, जिसके बाद इस गोलीकांड को अंजाम दिया गया.
एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि हत्या पैसों के लेनदेन को लेकर की गई है. मृतक अमरदीप का भी आपराधिक इतिहास रहा है. वहीं, हत्याकांड को अंजाम देने वालों के खिलाफ भी कई संगीन मामलों में वाद दायर चले आ रहे हैं. हाल ही में एक आरोपी जेल से छूट कर आया है. पुलिस तीनों आरोपियों की आपराधिक इतिहास खंगाल रही है.