हरिद्वार: शहरी इलाकों में हर साल बरसात में होने वाले जलभराव से अब निजात मिल सकती है, क्योंकि जिला प्रशासन ने इसके लिए फुल प्रूफ प्लानिंग कर ली है. दरअसल रानीपुर मोड़ और भगतसिंह चौक पर पानी जमा ना हो, इसके लिए बड़े नाले बनाकर यहां का पानी ज्वालापुर की ओर ले जाया जाएगा और फिर एसटीपी में ट्रीटमेंट के बाद पानी गंगनहर में छोड़ा जाएगा.
बजट जारी होने के बाद जल्द काम होगा शुरू: महाराष्ट्र की एक कंसलटेंसी फर्म की मदद से इस प्रोजेक्ट की डीपीआर तैयार कर ली गई है. करीब 65 करोड़ के प्रोजेक्ट के लिए बजट जारी होने के बाद जल्द काम शुरू किया जाएगा. वहीं, जिला अधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने बताया कि हर साल होने वाले हरिद्वार में जलभराव को लेकर इस बार कई बैठकों के बाद यह निर्णय लिया गया है कि हरिद्वार के मुख्य चौराहे जैसे भगत सिंह चौक, रानीपुर मोड और ज्वालापुर में जलभराव ना हो, इसके लिए बड़े-बड़े नाले बनाए जाएंगे. साथ ही उन नालों की मदद से जलभराव के पानी को ज्वालापुर की ओर ले जाया जाएगा. जहां पर उस वाटर का ट्रीटमेंट कर फिर उसे गंगनहर में छोड़ा जाएगा.
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मुख्य चौराहा पर फोकस : उन्होंने बताया कि जलभराव को लेकर और भी कई प्लान बनाए गए हैं, लेकिन फिलहाल हमारा मुख्य फोकस मेंन चौराहा पर है. जहां पर जलभराव की वजह से आमजन का जीवन अस्त-व्यस्त हो जाता है, इसीलिए पहले फेस में हमारे द्वारा भगत सिंह चौक, रानीपुर मोड़ और ज्वालापुर क्षेत्र में जलभराव ना हो इसके लिए कार्य कराया जाएगा. उसके बाद अन्य प्वाइंटों को चयनित कर कार्य किया जाएगा.
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