हरिद्वार: हरिद्वार के ग्रामीण इलाकों में भी कोरोना से डर का माहौल है. कुछ गांव तो ऐसे हैं, जिनमें ज्यादातर घरों में कोरोना पंहुच गया है. हरिद्वार में शहरी क्षेत्र से सटे घनी आबादी वाले गांव सराय में लोग कोरोना से दहशत में हैं. गांव में एक परिवार में 6 से ज्यादा लोग कोरोना की चपेट में आ गए थे, जिनमें से परिवार के एक जवान सदस्य सहित 2 लोगों की मौत भी हो गई.
वहीं, घर में कोरोना से जवान व्यक्ति की मौत से पूरा परिवार भी सदमे में है. गांव के एक बुजुर्ग कोरोना से अपने भतीजे की मौत की बात बताते हुए भावुक हो गए. उन्होंने बताया कि कोरोना से बचने के लिए उनका पूरा गांव कोरोना प्रोटोकॉल का पूरी तरह से पालन कर रहा है. घरों में भी मास्क का और सामाजिक दूरी का पालन कर रहे हैं.
तीसरी लहर बच्चों के लिए खतरनाक
उधर, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के फिजीशियन डॉ. एनएस बिष्ट ने आने वाले तीसरी लहर को लेकर आशंका जताई है. डॉ. बिष्ट ने वैक्सीन लगाने की प्रक्रिया पर भी सवाल खड़े किए हैं. उधर बाल रोग चिकित्सक भी बच्चों को ज्यादा सुरक्षित रखने की सलाह दे रहे हैं.
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घट रही कोरोना की रफ्तार
बता दें, कोरोना की बढ़ती रफ्तार पर बीते दो दिनों में अकुंश लगा है. शनिवार तक प्रदेश में कोरोना संक्रमितों का रोजाना का आंकड़ा 9 हजार के पार चला गया था. वहीं, रविवार और सोमवार को पांच हजार के आसपास आ गया है. सोमवार को प्रदेश में कोरोना के 5,541 नए मामले सामने आए थे. हालांकि, सैंपल पॉजिटिव दर बढ़ी है. शनिवार को सैंपल पॉजिटिव दर 5.91 प्रतिशत थी. वहीं, सोमवार को सैंपल पॉजिटिव दर 6.12% रही.