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पतंजलि ने किया कोरोना की दवा बनाने का दावा, बालकृष्ण बोले- सैकड़ों मरीज हो चुके हैं ठीक

पतंजलि आयुर्वेद ने दावा किया है कि उन्होंने कोरोना के मरीज को ठीक करने की दवा बना ली है. आचार्य बालकृष्ण ने तो यहां तक दावा किया है कि उनकी दवा से सैकड़ों मरीज ठीक हो चुके हैं. ये दावा यदि सही साबित हुआ तो जल्द ही भारत के साथ दुनिया को कोरोना की दवा मिलेगी.

आचार्य बालकृष्ण
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Published : Jun 12, 2020, 4:48 PM IST

Updated : Jun 12, 2020, 6:15 PM IST

हरिद्वार: कोरोना वायरस से रोकने के लिए दुनिया भर के वैज्ञानिक वैक्सीन तैयार करने में जुटे हुए हैं. इसी बीच पतंजलि आयुर्वेद के सीईओ आचार्य बालकृष्ण ने दावा किया है कि उन्होंने कोरोना की दवा तैयार कर ली है. उनके मुताबिक कोरोना के सैकड़ों मरीज इस दवा से अबतक ठीक भी हो चुके हैं.

पतंजलि ने किया कोरोना की दवा बनाने का दावा.

पतंजलि आयुर्वेद के सीईओ आचार्य बालकृष्ण के मुताबिक इस दवा की क्लीनिक रिपोर्ट आ चुकी है. अभी बस उन्हें क्लीनिक कंट्रोल ट्रायल की रिपोर्ट का इंतजार है, जिसके बाद वे जल्द ही वैश्विक मानकों के अनुसार कोरोना की दवा दुनिया के सामने रखेंगे.

बालकृष्ण ने दावा किया है कि अभी तक उन्होंने हजारों कोरोना रोगियों और संदिग्ध मरीजों को ये दवा दी है. इसके परिणाम सकारात्मक आए हैं. इस दवा से इलाज के बाद सभी की कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आई है. इसका डाटा पतंजलि योगपीठ के पास मौजूद है. जो लोग इस दवाई से ठीक हुए हैं, उनके भी नाम सामने होंगे और वे खुद आगे आकर इसके बारे में बताएंगे.

पढ़ें-प्रदेश में कोरोना के 37 नए मरीज, 1692 पहुंची संक्रमितों की संख्या, 895 स्वस्थ

बालकृष्ण ने कहा कि कोरोना वायरस इस वक्त भयानक स्थिति में है. इस वायरस से पूरा देश पीड़ित है. जब उन्हें कोरोना वायरस का पता चला तब से ही पतंजलि योगपीठ के वैज्ञानिक इसकी दवाई की खोज में जुट गए थे. पतंजलि योगपीठ शुरू से ही भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) को सलाह दे रहा था कि एलोपैथिक के साथ आयुर्वेदिक दवा का भी इस्तेमाल किया जाए. हालांकि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से आयुर्वेदिक काढ़ा और जड़ी-बूटियों के लिए वातावरण तो तैयार हुआ था, लेकिन इस इस पर जिस तरह का शोध होना चाहिए था, वो नहीं हुआ.

बालकृष्ण के दावों के मुताबिक इस दवाई का अबतक का रिजल्ट शत प्रतिशत रहा है. इस दवाई को बनाने के लिए उनके अलग-अलग वैज्ञानिकों ने पूरी प्रामाणिकता के साथ कार्य किया है. इसके साथ ही अमेरिका, जर्मनी और सिंगापुर के वैज्ञानिकों का भी इसमें सहयोग लिया गया है.

पढ़ें- दयारा बुग्याल में वन महकमे की अनूठी पहल, भू-कटाव रोकने के लिए साबित होगी 'संजीवनी'

बालकृष्ण ने कोरोना से बचने के लिए अभी लोगों को आयुर्वेद जड़ी-बूटी (अश्वगंधा, गिलोय, तुलसी और घनवटी) का प्रयोग करने की सलाह दी है. उन्होंने कहा कि आयुर्वेद के माध्यम से कोरोना वायरस का खात्मा हो सकेगा तो यह आयुर्वेद के लिए गौरव की बात है.

हरिद्वार: कोरोना वायरस से रोकने के लिए दुनिया भर के वैज्ञानिक वैक्सीन तैयार करने में जुटे हुए हैं. इसी बीच पतंजलि आयुर्वेद के सीईओ आचार्य बालकृष्ण ने दावा किया है कि उन्होंने कोरोना की दवा तैयार कर ली है. उनके मुताबिक कोरोना के सैकड़ों मरीज इस दवा से अबतक ठीक भी हो चुके हैं.

पतंजलि ने किया कोरोना की दवा बनाने का दावा.

पतंजलि आयुर्वेद के सीईओ आचार्य बालकृष्ण के मुताबिक इस दवा की क्लीनिक रिपोर्ट आ चुकी है. अभी बस उन्हें क्लीनिक कंट्रोल ट्रायल की रिपोर्ट का इंतजार है, जिसके बाद वे जल्द ही वैश्विक मानकों के अनुसार कोरोना की दवा दुनिया के सामने रखेंगे.

बालकृष्ण ने दावा किया है कि अभी तक उन्होंने हजारों कोरोना रोगियों और संदिग्ध मरीजों को ये दवा दी है. इसके परिणाम सकारात्मक आए हैं. इस दवा से इलाज के बाद सभी की कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आई है. इसका डाटा पतंजलि योगपीठ के पास मौजूद है. जो लोग इस दवाई से ठीक हुए हैं, उनके भी नाम सामने होंगे और वे खुद आगे आकर इसके बारे में बताएंगे.

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बालकृष्ण ने कहा कि कोरोना वायरस इस वक्त भयानक स्थिति में है. इस वायरस से पूरा देश पीड़ित है. जब उन्हें कोरोना वायरस का पता चला तब से ही पतंजलि योगपीठ के वैज्ञानिक इसकी दवाई की खोज में जुट गए थे. पतंजलि योगपीठ शुरू से ही भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) को सलाह दे रहा था कि एलोपैथिक के साथ आयुर्वेदिक दवा का भी इस्तेमाल किया जाए. हालांकि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से आयुर्वेदिक काढ़ा और जड़ी-बूटियों के लिए वातावरण तो तैयार हुआ था, लेकिन इस इस पर जिस तरह का शोध होना चाहिए था, वो नहीं हुआ.

बालकृष्ण के दावों के मुताबिक इस दवाई का अबतक का रिजल्ट शत प्रतिशत रहा है. इस दवाई को बनाने के लिए उनके अलग-अलग वैज्ञानिकों ने पूरी प्रामाणिकता के साथ कार्य किया है. इसके साथ ही अमेरिका, जर्मनी और सिंगापुर के वैज्ञानिकों का भी इसमें सहयोग लिया गया है.

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बालकृष्ण ने कोरोना से बचने के लिए अभी लोगों को आयुर्वेद जड़ी-बूटी (अश्वगंधा, गिलोय, तुलसी और घनवटी) का प्रयोग करने की सलाह दी है. उन्होंने कहा कि आयुर्वेद के माध्यम से कोरोना वायरस का खात्मा हो सकेगा तो यह आयुर्वेद के लिए गौरव की बात है.

Last Updated : Jun 12, 2020, 6:15 PM IST
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