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भारतीय उलेमा ने ठुकराई पाकिस्तान की पेशकश, कहा- नहीं चाहिए पाकिस्तान से रूह आफजा - रूड़की न्यूज

गर्मी की शुरुआत और रमजान के दौरान हमदर्द का शरबत रूह अफजा भारतीय बाजार से गायब है. दूसरी ओर पाकिस्तानी कंपनी हमदर्द ने भारत को रूह अफजा सप्लाई करने का ऑफर दिया था. पाकिस्तान की ओर से की गई पेशकश को भारतीय उलेमा ने ठुकरा दिया है.

मौलाना कारी इस्हाक गौरा
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Published : May 12, 2019, 11:46 PM IST

रूड़कीः भारत में हमदर्द के रुह अफजा शरबत की कमी पर पाकिस्तान की ओर से की गई पेशकश को भारतीय उलेमा ने ठुकरा दिया है. पाकिस्तान की इस पेशकश पर मौलाना कारी इस्हाक गौरा ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि रमजान शरीफ में पाकिस्तान ने जो पेशकश की है, उसे वह ठुकराते हैं.

भारतीय उलेमा ने ठुकराई पाकिस्तान की पेशकश.


मौलाना कारी इस्हाक गौरा का कहना है कि हिंदुस्तान का मुसलमान पानी से रोजा इफ्तार कर लेगा, लेकिन पाकिस्तान से कोई चीज नहीं लेगा. उन्होंने हिंदुस्तान की हुकूमत से इल्तजा करते हुए कहा कि भारत के मुस्लिमों को पाकिस्तान की किसी चीज की जरूरत नहीं है. उन्होंने पाकिस्तान की हुकूमत को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा है कि पाकिस्तान एक तरफ पेशकश करता है और दूसरी तरफ नई नई तकनीकों से दुश्मनी निकालने का मंसूबा बनाता है, इसलिए भारत के मुसलमान पाकिस्तान की इस पेशकश को ठुकराते हैं.

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हमदर्द पाकिस्तान के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ओसामा कुरैशी का ट्वीट


आपको बता दें कि पाकिस्तानी कंपनी हमदर्द ने भारत को रूह अफजा सप्लाई करने का ऑफर दिया था. पाकिस्तान की तरफ से ये पेशकश रमजान के महीने के दौरान रूह अफजा शरबत के मार्केट से गायब होने की खबरों के बाद आया था.

यह भी पढ़ेंः चारधाम यात्रा पर जाने के लिए ग्रीन-कार्ड जरूरी, जानिए नियम

जिसके बाद हमदर्द पाकिस्तान के मुख्य कार्यकारी ओसामा कुरैशी ने एक ट्वीट के जरिए पाकिस्तान से बाघा बॉर्डर के जरिए भारत को रूह अफजा की सप्लाई करने का ऑफर दिया था. अपने ट्वीट में उन्होंने कहा कि हम रमजान के महीने में रूह अफजा और रूह गो की सप्लाई भारत में कर सकते हैं. अगर भारत सरकार अनुमति दें तो हम आसानी से बाघा बॉर्डर के जरिए ट्रक भेज सकते हैं.

दरअसल, गर्मी की शुरुआत और रमजान के दौरान हमदर्द का शरबत रूह अफजा भारतीय बाजार से गायब है. इसे लेकर सोशल मीडिया पर अटकलों का दौर भी जारी है. रमजान के दौरान मुस्लिम धर्म के मानने वाले अपना रोजा खोलते समय इसका उपयोग करते हैं. यही कारण है कि बढ़ती गर्मी और रमजान शरीफ को लेकर लोग बाजारों में रूह अफजा तलाश करते भटक रहे हैं.


वहीं, रूह अफजा कई सालों से एक ब्रांड के रूप में भारतीय बाजार में स्थापित है और लोगों में लोकप्रिय बना हुआ है. लेकिन आजकल बाजार से रूह अफजा शरबत गायब है. रूह अफजा की बाजार में कमी होने के चलते इसके कद्रदान बेहद परेशान हैं. लोगों का कहना है कि किराने की दुकान में रूह अफजा नहीं मिल रहा है. दुकानदार बता रहे हैं कि इस साल की शुरुआत में रूह अफजा की सप्लाई बंद हो गई थी. लेकिन तब सर्दियां चल रहीं थीं इसलिए किसी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया. अब गर्मी आने पर मांग बढ़ने के साथ ही इसकी सप्लाई भी नहीं हो पा रही है.


हमदर्द के रूह अफजा की जगह अन्य मीठे शरबत बाजार में उपलब्ध हैं. लेकिन रूह अफजा के शौकीन अन्य शरबत को नकार रहे हैं. इसकी एक मुख्य वजह यह है की अन्य शरबतों में रूह अफजा जैसा स्वाद नहीं है. हालांकि, लोग मजबूरी में अन्य शरबत भी खरीद रहे हैं, लेकिन लोगों को तसल्ली नहीं मिल पा रही है. लोग जानना चाहते हैं कि इतना लोकप्रिय शरबत होने और ऑन सीजन होने के बावजूद रूह अफजा की सप्लाई क्यों नहीं हो पा रही है. बहरहाल रूह अफजा के बाजार से गायब होने की वजह चाहे जो भी हो लेकिन इस शरबत के चाहने वाले बहुत परेशान हैं. वहीं, भारतीय उलेमा ने पाकिस्तानी से रूह अफजा की पेशकश को ठुकरा दिया है.

रूड़कीः भारत में हमदर्द के रुह अफजा शरबत की कमी पर पाकिस्तान की ओर से की गई पेशकश को भारतीय उलेमा ने ठुकरा दिया है. पाकिस्तान की इस पेशकश पर मौलाना कारी इस्हाक गौरा ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि रमजान शरीफ में पाकिस्तान ने जो पेशकश की है, उसे वह ठुकराते हैं.

भारतीय उलेमा ने ठुकराई पाकिस्तान की पेशकश.


मौलाना कारी इस्हाक गौरा का कहना है कि हिंदुस्तान का मुसलमान पानी से रोजा इफ्तार कर लेगा, लेकिन पाकिस्तान से कोई चीज नहीं लेगा. उन्होंने हिंदुस्तान की हुकूमत से इल्तजा करते हुए कहा कि भारत के मुस्लिमों को पाकिस्तान की किसी चीज की जरूरत नहीं है. उन्होंने पाकिस्तान की हुकूमत को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा है कि पाकिस्तान एक तरफ पेशकश करता है और दूसरी तरफ नई नई तकनीकों से दुश्मनी निकालने का मंसूबा बनाता है, इसलिए भारत के मुसलमान पाकिस्तान की इस पेशकश को ठुकराते हैं.

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हमदर्द पाकिस्तान के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ओसामा कुरैशी का ट्वीट


आपको बता दें कि पाकिस्तानी कंपनी हमदर्द ने भारत को रूह अफजा सप्लाई करने का ऑफर दिया था. पाकिस्तान की तरफ से ये पेशकश रमजान के महीने के दौरान रूह अफजा शरबत के मार्केट से गायब होने की खबरों के बाद आया था.

यह भी पढ़ेंः चारधाम यात्रा पर जाने के लिए ग्रीन-कार्ड जरूरी, जानिए नियम

जिसके बाद हमदर्द पाकिस्तान के मुख्य कार्यकारी ओसामा कुरैशी ने एक ट्वीट के जरिए पाकिस्तान से बाघा बॉर्डर के जरिए भारत को रूह अफजा की सप्लाई करने का ऑफर दिया था. अपने ट्वीट में उन्होंने कहा कि हम रमजान के महीने में रूह अफजा और रूह गो की सप्लाई भारत में कर सकते हैं. अगर भारत सरकार अनुमति दें तो हम आसानी से बाघा बॉर्डर के जरिए ट्रक भेज सकते हैं.

दरअसल, गर्मी की शुरुआत और रमजान के दौरान हमदर्द का शरबत रूह अफजा भारतीय बाजार से गायब है. इसे लेकर सोशल मीडिया पर अटकलों का दौर भी जारी है. रमजान के दौरान मुस्लिम धर्म के मानने वाले अपना रोजा खोलते समय इसका उपयोग करते हैं. यही कारण है कि बढ़ती गर्मी और रमजान शरीफ को लेकर लोग बाजारों में रूह अफजा तलाश करते भटक रहे हैं.


वहीं, रूह अफजा कई सालों से एक ब्रांड के रूप में भारतीय बाजार में स्थापित है और लोगों में लोकप्रिय बना हुआ है. लेकिन आजकल बाजार से रूह अफजा शरबत गायब है. रूह अफजा की बाजार में कमी होने के चलते इसके कद्रदान बेहद परेशान हैं. लोगों का कहना है कि किराने की दुकान में रूह अफजा नहीं मिल रहा है. दुकानदार बता रहे हैं कि इस साल की शुरुआत में रूह अफजा की सप्लाई बंद हो गई थी. लेकिन तब सर्दियां चल रहीं थीं इसलिए किसी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया. अब गर्मी आने पर मांग बढ़ने के साथ ही इसकी सप्लाई भी नहीं हो पा रही है.


हमदर्द के रूह अफजा की जगह अन्य मीठे शरबत बाजार में उपलब्ध हैं. लेकिन रूह अफजा के शौकीन अन्य शरबत को नकार रहे हैं. इसकी एक मुख्य वजह यह है की अन्य शरबतों में रूह अफजा जैसा स्वाद नहीं है. हालांकि, लोग मजबूरी में अन्य शरबत भी खरीद रहे हैं, लेकिन लोगों को तसल्ली नहीं मिल पा रही है. लोग जानना चाहते हैं कि इतना लोकप्रिय शरबत होने और ऑन सीजन होने के बावजूद रूह अफजा की सप्लाई क्यों नहीं हो पा रही है. बहरहाल रूह अफजा के बाजार से गायब होने की वजह चाहे जो भी हो लेकिन इस शरबत के चाहने वाले बहुत परेशान हैं. वहीं, भारतीय उलेमा ने पाकिस्तानी से रूह अफजा की पेशकश को ठुकरा दिया है.

Intro:नहीं चाहिए पाकिस्तानी रूह अफज़ा

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Body:भारत में हमदर्द के रुह अफज़ा शरबत की कमी पर पाकिस्तान की ओर से दिल गई पेशकश को भारतीय उलेमाओं ने ठुकरा दिया है पाकिस्तान की इस पेशकश पर मुस्लिम उलेमाओं ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि रमजान शरीफ में पाकिस्तान ने जो रूह अफज़ा देने की पेशकश की है उसे वह ठुकराते हैं उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान का मुसलमान पानी से रोज़ा इफ्तार कर लेगा लेकिन पाकिस्तान से ली गई किसी भी चीज से रोज़ा इफ़्तार नहीं करेंगे उन्होंने हिंदुस्तान की हुकूमत से इल्तजा करते हुए कहा कि भारत के मुस्लिमों को पाकिस्तान से किसी चीज की जरूरत नहीं है उन्होंने पाकिस्तान की हुकूमत को भी आड़े हाथों लेते हुए कहां है कि पाकिस्तान एक तरफ पेशकश करता है और दूसरी तरफ नई नई तकनीको से दुश्मनी निकालने का मनसूबा बनाता है इसलिए भारत के मुसलमान पाकिस्तान की इस पेशकश को ठुकराते हैं।

बाइट - मौलाना कारी इस्हाक गौरा ( भारतीय उलेमा)

आपको बता दें कि पाकिस्तानी कंपनी हमदर्द ने भारत को रूह अफज़ा सप्लाई करने का ऑफर दिया था पाकिस्तान की तरफ से यह ऑफर पवित्र रमजान के महीने के दौरान गर्मी में राहत देने वाले रूह अफज़ा मार्केट से गायब होने की खबरों के बाद आया था एक भारतीय न्यूज़ वेबसाइट के आर्टिकल पर प्रतिक्रिया देते हुए हमदर्द पाकिस्तान के मुख्य कार्यकारी ओसामा कुरेशी ने बाघा बॉर्डर के जरिये पाकिस्तान से भारत को रूह अफरा की सप्लाई करने का ऑफर दिया था अपने ट्रीट में उन्होंने कहा कि हम रमजान के महीने में रूह अफज़ा और रूह गो की सप्लाई भारत में कर सकते हैं अगर भारत सरकार अनुमति दें तो हम आसानी से बाघा बोर्डर के जरिए ट्रक भेज सकते हैं।

स्क्रीन शॉट (ट्वीट पाकिस्तानी पेशकश)

दरअसल गर्मी की शुरुआत और रमज़ान के दौरान हमदर्द का शरबत रूह अफज़ा भारत में बाजार से ग़ायब है इसको लेकर सोशल मीडिया पर अटकलों का दौर भी जारी है रमजान के दौरान मुस्लिम धर्म के मानने वाले अपना रोजा खोलते समय इसका उपयोग करते हैं यही कारण है कि बढ़ती गर्मी और रमजान शरीफ को लेकर लोग बाजारों में रूह अफज़ा तलाश करते भटक रहे हैं गुजिश्ता कई सालों से एक ब्रांड भारत में लोकप्रिय बना हुआ है यह ब्रांड हमदर्द का रूह अफज़ा शर्बत है जो आजकल बाजार से रूह अफज़ा शर्बत गायब है शार्बते आज़म कहे जाने वाले रूह अफज़ा के बाज़ार से ग़ायब होने से इसके शौकीन बेहद परेशान हैं।

बाइट - नवेद हमज़ा (खरीदार)






Conclusion:वहीं लोगों का कहना है कि किराने की दुकान में रूह अफज़ा नहीं मिल रहा है दुकानदार बता रहे हैं कि इस साल की शुरुआत में रूह अफज़ा की सप्लाई बंद हो गई थी लेकिन तब सर्दियां चल रही थी इसलिए किसी ने धियान नहीं दिया अब गर्मी आने पर मांग बढ़ने पर भी सप्लाई नहीं हो पा रही है हमदर्द के रूह अफज़ा की जगह अन्य मीठे सरवत बाजार में उपलब्ध हैं लेकिन रूह अफज़ा के शौकीन अन्य सरवत को नकार रहे हैं इसकी एक मुख्य वजह यह है की अन्य शरबतों में रूह अफज़ा जैसा सवाद नहीं है हालांकि लोग मजबूरी में अन्य शर्बत खरीद रहे हैं लेकिन लोगों को तसल्ली नहीं मिल पा रही है लोग जानना चाहते हैं कि इतना लोकप्रिय शरबत होने और ऑन सीजन होने के बावजूद रूह अफज़ा की सप्लाई क्यों नहीं हो पा रही है बहरहाल रूह अफज़ा के बाजार से गायब होने की वजह चाहे जो भी हो लेकिन इस शरबत के चाहने वाले बहुत परेशान हैं अब जब भारतीय उलेमाओं ने पाकिस्तानी रूह अफज़ा की पेशकश को ठुकरा दिया है तो देखने वाली बाद होगी कि भारतीय हमदर्द कंपनी कब तक बाजारों में रूह अफज़ा उपलब्ध करा पाती है।

बाइट - मोहम्मद नजफ़ (दुकानदार)
बाइट - अमन गुप्ता (दुकानदार)

मौलाना कारी इस्हाक गौरा की बाइट और ट्वीट पाकिस्तानी पेशकश का स्क्रीन शॉट मेल पर भेजा गया है।
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