हरिद्वार: प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री की मानें तो पिछले वर्षों की अपेक्षा इस बार डेंगू के मामले बहुत कम आये हैं. हरिद्वार में मात्र एक ही मरीज में डेंगू की पुष्टि हुई है. जिसके लिए जिला और मेला अस्पताल के साथ साथ सभी प्राइवेट हॉस्पिटलों में भी आइसोलेशन वार्ड तैयार हैं. साथ ही स्वास्थ्य विभाग की ओर से सभी को सलाह दी जा रही है कि अपने घरों में साफ पानी जहां डेंगू का लार्वा पैदा हो सकता है, उसको हर हफ्ते बदलते रहें.
डेंगू से निपटने की कसरत: बरसात का मौसम चल रहा है, जिसमें डेंगू की रोकथाम के लिए प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन की ओर से सभी तैयारियां पूरी करने के दावे किए जा रहे हैं. डेंगू की रोकथाम के लिए किए जा रही तैयारियों के विषय मे प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने दावा किया कि इस बार सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. सरकार की तरफ से दवाई, सफाई, छिड़काव और मच्छरदानी तक सभी तैयारियां कर ली गई हैं. उन्होंने कहा कि सभी नगर पालिका और निगमों को व्यापक सफाई अभियान चलाने के आदेश दिए गए हैं. हर सप्ताह बच्चों को भी अपने स्कूल में सफाई अभियान चलाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है.उन्होंने कहा कि पिछले वर्षों की तुलना में इस वर्ष डेंगू के बहुत कम केस सामने आए हैं.
हरिद्वार में डेंगू का सिर्फ एक मरीज: वहीं हरिद्वार के सीएमओ डॉ मनीष दत्त के अनुसार जिले में इस समय मात्र एक ही डेंगू का मरीज है. उन्होंने कहा कि सभी सरकारी ओर प्राइवेट हॉस्पिटलों को स्वास्थ्य विभाग की तरफ से एडवाइजरी जारी की जा चुकी है. उन्होंने आम जन मानस से अपील की कि बरसाती मौसम में अपने घरों में मौजूद कूलरों, टायरों, प्लस्टिक की बोतलों या किसी अन्य स्थान जहां साफ पानी एकत्र हो सकता है, उसको हर हफ्ते बदलते रहें.
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डॉक्टर की सुनिए, डेंगू से बचिए: साथ ही उन्होंने कहा कि अगर किसी व्यक्ति को बुखार की शिकायत होती है, तो वह पैरासिटामोल ले सकता है. उनके अनुसार लक्सर और खानपुर के बाढ़ वाले क्षत्रो में विशेष ध्यान दिया जा रहा है. उन्होंने बताया कि डेंगू की रोकथाम के लिए जिला ओर मेला अस्पताल के साथ साथ रुड़की के जिला चिकित्सालय में आइसोलेशन वार्ड तैयार रखे गए हैं. इसके अलावा प्राइवेट हॉस्पिटलों को भी अपने वार्ड रिजर्व रखने को कहा गया है. इसके साथ उन्होंने बताया कि नगर निगम और जिला पंचायत स्तर पर भी छिड़काव की व्यवस्था की गई है.